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बाराबंकी. नए कृषि कानूनों को रद्द किए जाने के पीएम नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद अब विपक्षी दलों के नेता इसे अपने-अपने प्रयासों का असर बताने में जुट गए हैं. बाराबंकी में समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप ने नए कृषि कानूनों को रद्द करने के ऐलान को सपा के बढ़ते जनाधार का डर बताया है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले उन किसानों को नमन जिन किसानों की शहादत इस काले कानून को वापस लेकर चल रहे संघर्ष में हुई है. उन्होंने कहा कि इस काले कानून को वापस लिए जाने के फैसले पर टिकैत जी और संघर्ष कर रहे किसानों को बधाई देता हूं. उन्होंने कहां की पूर्वांचल विजय यात्रा में जो लोग शरीक हैं, उन पर सीधे ऊपर वाले का हाथ है और जो लोग छूट गए हैं उनके लिए दुर्भाग्य की बात है. गोप ने कहा कि जो लोग यात्रा में साथ हैं, 2022 में परिवर्तन के गवाह होंगे.
अरविंद सिंह गोप ने कहा कि बीजेपी कहती कुछ है और करती कुछ और. इस बार बीजेपी का अहंकार हारा है और अन्नदाता जीता है. गोप ने कहा कि बीजेपी 5 राज्यों में होने वाले चुनावों और अखिलेश यादव के बढ़ते जनाधार और जनसमर्थन से डरी हुई थी. उन्होंने कहा कि यह कानून तो सरकार को वापस लेना ही था. देश के नौजवान किसानों के साथ हैं. इस मामले में तमाम नेताओं पर मुकदमे हुए और जेल भेजा गया. अखिलेश को धरने पर बैठने से रोका गया और उनकी गिरफ्तारी हुई. भारतीय जनता पार्टी समय पर समझ जाती तो अच्छा होता और जब कोई पार्टी अहंकार में होती है तो उसके साथ ऐसा ही होता है.
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अरविंद गोप के मुताबिक, 25 अक्टूबर को अखिलेश ने कहा था कि हो सकता है काले कानून पर सरकार को झुकना पड़ेगा और वैसा ही हुआ. गोप ने कहा कि डिप्टी सीएम केशव मौर्य खुद इस सरकार से दुखी हैं और वह भी चाहते हैं कि किसानों की बात सुनी जाए. डिप्टी सीएम की भी कुछ सीमाएं और मजबूरियां हैं, जिससे वे ज्यादा कुछ नहीं कह सकते. गोप ने कहा कि अखिलेश ने भी कहा था कि जब तक तीनों काले कानून वापस नहीं होंगे, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों के विश्वास की जीत हुई है. किसान और नौजवान इस सरकार को विदा करेंगे और 2022 में समाजवादी सरकार बनाएंगे.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi. हमें Facebook, Twitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.Tags: Akhilesh yadav, Barabanki News, New Agricultural Law, UP Elections 2022

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