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अमेरिका की जानी-मानी बिजनेस वूमेन बेथेनी फ्रेंकल ने ठीक ही कहा है कि आपका डाइट एक बैंक अकाउंट है, अच्छे भोजन के विकल्प ही आपके निवेश हैं. इसलिए, यदि आप अपने लिए हेल्दी खाने की आदतें बनाते हैं, तो इसके बारे में ज्यादा चिंता किए बिना हर दिन स्वस्थ भोजन करना आपके लिए आसान होगा. अपनी लाइफस्टाइल में हेल्दी भोजन को शामिल करने से आपके भोजन के साथ हेल्दी संबंध बनाने में मदद मिलेगी. आइए जानते हैं कि 6 हेल्दी खाने की आदतों के बारे में.
1. अपनी डाइट में विभिन्न प्रकार के फूड शामिल करेंसाबुत अनाज, दालें, फल, सब्जियां, नट, बीज और हेल्दी फैट जैसे फूड के माध्यम से अपने डाइट में अधिक से अधिक विभिन्न प्रकार की चीजें शामिल करें. जितनी अधिक अलग-अलग चीजें होंगी, उतने ही अधिक पोषक तत्व आपको प्राप्त होंगे, जो आपके गंभीर के खतरे को कम करेंगे.
2. लोकल और मौसमी फूड खाएंकिराने की दुकान में कई दिनों तक पड़े रहने से ज्यादातर फूड के अधिकांश पोषक तत्व खो जाते हैं. ऐसे फूड जो स्थानीय हों और मौसम में अनुसार मिलते हों, उनमें पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है. इन चीजों की आपके शरीर को आवश्यकता होती है.
3. धीरे और ध्यान से खाएंजब आप अपना खाना मन लगाकर, अच्छी तरह से चबाते हुए खाते हैं, तो आप कितना खा रहे हैं उस पर आपका नियंत्रण हो जाता है. इससे आपको पता चलेगा कि आपका पेट पूरी तरह भर चुकी है और आप ओवर इटिंग से बच जाएंगे.
4. खाने की योजना बनाएं हफ्ता शुरू होने से पहले ही पूरे खाने की लिस्ट बना लें और किचन की स्टॉक करके रखें. इससे आपको अगला खाना बनाने के बारे में ज्यादा सोचना नहीं पड़ेगा. ऐसा करने से आपका टाइम और पैसा दोनों बचेगा. यदि आप लिस्ट से कुछ नहीं बना सकते हैं तो कुछ आसान भोजन तैयार करने का पालन करें ताकि काम तेजी से पूरा हो सके.
5. डाइटिंग के नाम पर भूखा न रहेंहेल्दी खाने की आदत लाइफस्टाइल का अहम हिस्सा है न कि एक अनुष्ठान जो आपको कुछ दिनों के लिए पालन करना है. अब समय आ गया है कि आप अपनी प्रतिबंधात्मक भोजन योजनाओं को अलविदा कहें, जिससे आपको अक्सर भूख और थकान महसूस होती है. तरोताजा और एनर्जेटिक महसूस करने के लिए पौष्टिक डाइट का पालन करें. जब तक चिकित्सा कारणों से प्रतिबंधित न हो, अपनी प्लेटों को विभिन्न प्रकार के फूड से भर कर रखें.
6. सहज खाने का अभ्यास करें खाने की कला इस बात में निहित है कि हम अपने शरीर की सराहना करते हैं और उसके द्वारा भेजे जाने वाले संकेतों को समझते हैं. सहज खाने का सार यह जानना है कि कब खाना है और कब नहीं. अपनी भूख के संकेतों को समझें और अपने आप को एक इलाज से परहेज करने या उबली हुई सब्जियों की एक प्लेट को पूरा करने के लिए मजबूर न करें. 
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