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Murali Sreeshankar: राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता लंबी कूद के खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर डायमंड लीग में पदार्पण के साथ 7.94 मीटर की कूद के साथ छठे स्थान पर रहे. बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में ऐतिहासिक रजत पदक जीतने के छह दिन बाद श्रीशंकर ने डायमंड लीग में डेब्यू किया लेकिन अच्छी लय में नहीं दिखे. यहां का मौसम भी लंबी कूद के अनुकूल नहीं था.
श्रीसंकर नहीं दिखा पाए कमाल
श्रीशंकर ने राष्ट्रमंडल खेलों में 8.08 मीटर के साथ रजत पदक जीता था. उनका सत्र का और सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन 8.36 मीटर रहा है. वह अमेरिका के यूजीन में हुई विश्व चैम्पियनशिप में सातवें स्थान पर रहे थे. टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता क्यूबा के मेकेल मास्सो ने 8.35 मीटर के साथ जीत दर्ज की. ओलंपिक चैम्पियन यूनान के एम तेंटोग्लू दूसरे और अमेरिका के मार्किस डेंडी तीसरे स्थान पर रहे.
कॉमनवेल्थ में रचा था इतिहास
भारत के मुरली श्रीशंकर ने राष्ट्रमंडल खेलों की एथलेटिक्स प्रतियोगिता की पुरुष लंबी कूद स्पर्धा में रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया था. मुरली श्रीशंकर ने कमाल का खेल दिखाया और भारत की झोली में पदक डाल दिया. मुरली श्रीशंकर कॉमनवेल्थ खेलों की पुरुष लंबी कूद स्पर्धा में पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं.
गोल्ड मेडल से चूके थे श्रीशंकर
स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार श्रीशंकर ने अपने पांचवें प्रयास में 8.08 मीटर की दूरी के साथ रजत पदक अपने नाम किया. गोल्ड मेडल जीतने वाले बहामास के लेकुआन नेर्न ने भी अपनी दूसरी कोशिश में 8.08 मीटर का ही सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. लेकुआन का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास हालांकि 7.98 मीटर का रहा जो श्रीशंकर के 7.84 मीटर के दूसरे सर्वश्रेष्ठ प्रयास से बेहतर रहा जिसके कारण उन्हें विजेता घोषित किया गया.

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