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अखिलेश सोनकर, चित्रकूट: सोमवती अमावस्या के अवसर पर लाखों की तादाद में श्रद्धालु धर्म नगरी चित्रकूट पहुंचे हैं. जहां मंदाकिनी नदी में आस्था की डुबकी लगाकर  भगवान कामदगिरि की पूजा अर्चना कर रहे हैं.

दरअसल सावन मास के सोमवार में अमावस्या पड़ने की वजह से आम अमावस्या से ज्यादा की संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन पूजन के लिए आते हैं और इस श्रावण मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है, इसीलिए आज सावन मास मास की अमावस्या में लाखों की तादाद में श्रद्धालु मंदाकिनी में आस्था की डुबकी लगा भगवान कामदगिरि की पूजा अर्चना कर रहे हैं. वहीं धर्मनगरी चित्रकूट में सोमवती अमावस्या के अवसर पर प्रशासन ने पहली बार अयोध्या और बनारस की तर्ज पर श्रद्धालुओं के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की है.

श्रद्धालुओं ने की सरकार की सराहनाआपको बता दें कि श्रावण मास की आज सोमवती अमावस्या है जिसमें लाखों की तादाद में श्रद्धालु धर्म नगरी चित्रकूट पहुंचे हैं और आज सावन का दूसरा सोमवार होने की वजह से शिव भक्त मत गजेंद्र नाथ मंदिर में हजारों की तादाद में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन पूजन कर रहे हैं. इस खास अवसर पर श्रद्धालुओं के ऊपर हेलीकॉप्टर के माध्यम से जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने बेड़ी पुलिया से लेकर रामघाट तक श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की. पुष्प वर्षा देख श्रद्धालुओं की खुशी का ठिकाना नहीं रहा हर कोई हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा होते देख अचंभित हो गया. वही श्रद्धालुओ ने सरकार की अच्छी व्यवस्था की सराहना करते हुए योगी जी का धन्यवाद ज्ञापित किया है. वहीं बांदा चित्रकूट के सांसद आरके पटेल ने कहा है कि आज सोमवती अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालुओं पर जो पुष्प वर्षा की गई है. उसके लिए मैं माननीय योगी जी और माननीय प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहता हूं. क्योंकि वह ऐतिहासिक विकास किये हैं और आज पहली बार ऐतिहासिक पुष्प वर्षा की है. ऐसे में श्रद्धालुओं का उत्साह और उनके अंदर श्रद्धा देखने को मिली है, जिसके लिए मैं माननीय मुख्यमंत्री और माननीय प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं.

कामतानाथ करते हैं मनोकामनाएं पूरीभरत मंदिर के महंत दिव्य जीवन दास जी महाराज का कहना है कि अमावस्या का ही बहुत बड़ा महत्व है, क्योंकि भगवान श्रीराम और तुलसीदास जी की सार इच्छाओं की पूर्ति आज ही के दिन हुई थी. चित्रकूट में भगवान श्री राम के दर्शन तुलसीदास जी को अमावस्या के दिन ही हुए थे. यह सावन मास की अमावस्या है इसके साथ कि अधिक मास भी है इसलिए यह महत्वपूर्ण अमावस्या है जो भी श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं को लेकर यहां मंदाकिनी में स्नान कर भगवान कामतानाथ के दर्शन पूजन करता है उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
.Tags: Hindi news, Local18, Religion 18, SawanFIRST PUBLISHED : July 17, 2023, 14:21 IST

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