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रिपोर्ट: धीरेन्द्र शुक्ला

चित्रकूट. पर्यावरण संतुलन में गिद्धराज की भूमिका अहम है, लेकिन दुनियाभर में इनकी संख्या तेजी से घट रही है. ऐसे में सरकार की कोशिश है कि अनुकूल स्थानों पर उनके लिए सेफ जोन बनाया जाए, ताकि उनका वंश बढ़े और वह आबोहवा को दुरुस्त करें. दुनिया का पहला “राज गिद्ध प्रजनन एवं संवर्धन केंद्र ” उत्तर प्रदेश में मूर्त रूप लेने जा रहा है. योगी सरकार की योजना के मुताबिक, राज गिद्धों के नाम से पहचानी जाने वाली गिद्धों की सर्वश्रेष्ठ प्रजाति का प्रजनन केंद्र गोरखपुर में शुरू होने जा रहा है. रामायण में जिस जटायु का वर्णन किया गया है, वह इसी प्रजाति के थे. राज गिद्ध के संवर्धन के लिए यूपी सरकार 15 वर्षों में 35 करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है. जिसकी पहली किश्त के रूप में सात करोड़ रुपए स्वीकृत कर दिए गए हैं.

इन राजगिद्धों को पकड़ने के लिए कई दिनों से गोरखपुर वन विभाग की टीम चित्रकूट के मारकुंडी, देवांगना, सती अनुसुइया इत्यादि जंगलों में प्रयास कर रही है. इन्हें पकड़ने के बाद गोरखपुर जिले के कैंपियरगंज-भारीवैसी के राजगिद्ध संरक्षण और प्रजनन केंद्र ले जाया जाएगा. बता दें कि केंद्र में गिद्धों का चार बाड़ा (प्रजनन पक्षीशाला) बन कर तैयार हो चुका है. उसमें दो बाड़ों को आबाद करने के लिए वन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है.

पशु चिकित्सक डॉ. दुर्गेश यादव के नेतृत्व में तीन ट्रैपरों सहित 7 सदस्यीय टीम ने राजगिद्धों को पकड़ने के लिए चित्रकूट के जंगलों में डेरा डाल दिया है. टीम का लक्ष्य दो जोड़ा गिद्धों को पकड़ने की है. इस कार्य को पूरा करने में टीम युद्ध स्तर पर जुट गई है. टीम द्वारा राजगिध्द के नर- मादा का एक जोड़े को पकड़कर गोरखपुर ले जाया गया है. एक जोड़े के अलावा एक गिध्द को पकड़ लिया गया है.जिसको जल्द ही गोरखपुर ले जाया जाएगा. लेकिन अभी एक और मादा गिद्ध को पकड़ने के लिए टीम लगातार प्रयास कर रही है.

रानीपुर टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक ने कही ये बात रानीपुर टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक आरके दीक्षित ने कहा कि राजगिद्धों को पकड़ने आई टीम कई दिनों से मौजूद है. टीम मारकुंडी वन रेंज के जंगल से गिद्ध का नर और मादा का एक जोड़ा पकड़ने में सफल हुई है‌. जिनको गोरखपुर के प्रजनन एवं संरक्षण केंद्र ले जाया गया है. यह राज्य और केन्द्र सरकार का प्रमुख प्रोजेक्ट है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Chitrakoot News, UP GovernmentFIRST PUBLISHED : January 16, 2023, 17:33 IST

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