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विशाल झा/गाजियाबाद. साहिबाबाद स्थित ब्रिज विहार में रहनेवाले इंजीनियर हेमंत भारद्वाज (62) की पहचान नालों की सफाई को लेकर एक उत्साही युवा की है. हेमंत भारद्वाज नालों की सफाई को लेकर जुनूनी हैं. अपने घर के पास स्थित नाले में उन्होंने कई बार छलांग लगाई है. इसी नाले में खड़े होकर हेमंत ने इच्छा मृत्यु की भी गुजारिश की है और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ प्रदर्शन भी किया है. नाले की गैस का इस्तेमाल करके जरूरतमंदों के लिए खाना बनाने के बाद, नाले के पानी को साफ करने की दिशा में भी हेमंत ने काम किया है.

हेमंत भारद्वाज ने बताया कि एक दिन एक बेटी अपने पिता के साथ इस नाले में गिर गई थी. उनकी गाड़ी नाले में फंस गई थी और वह बचाने के लिए चिल्ला रहे थे, लेकिन लोग सिर्फ तमाशा देख रहे थे. तब मैं अपने घर पर बैठकर चाय पी रहा था, तो मेरी इन्सानियत ने मुझे नीचे जाने के लिए मजबूर किया. मैं नीचे गया और मैंने कुछ भी नहीं देखा, सीधा नाले में कूद पड़ा ताकि उनकी मदद कर सकूं. उस वक्त, जैसे-तैसे मैंने उन दोनों को बचा लिया. फिर तब से मेरे दिल में नाले को साफ करने का सपना आया और मैंने इसमें अपने को झोंक दिया. पहले मैंने गलती की थी, मैं चप्पल पहन कर कूदता था, इसलिए मेरे पांव अटक जाते थे, लेकिन अब मैं बिना चप्पल के कूदता हूं.

हेमंत भारद्वाज ने बताया कि अक्सर परिवारवाले उन्हें नाले में कूदने के लिए मना करते हैं क्योंकि ऐसा करने से शरीर में कई प्रकार के इंफेक्शन हो सकते हैं. इसलिए जैसे आम लोग चाय और बिस्कुट खाते हैं, मैं रोज़ एंटीबायोटिक लेता हूं.
.Tags: Ghaziabad News, Local18, Municipal CorporationFIRST PUBLISHED : September 08, 2023, 19:43 IST

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