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अखंड प्रताप सिंह, कानपुर. नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर कानपुर में भी हिंसा भड़क गई थी. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव हो गया था. पुलिस पर पथराव भी किया गया था. आगजनी भी की गई थी. इस मामले को लेकर कानपुर के समाजवादी पार्टी से विधायक अमिताभ बाजपेई और उस वक़्त कानपुर के एडीजी प्रेम प्रकाश के बीच तीखी झड़प भी हो गई थी. इसके बाद समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई के ऊपर एडीजी प्रेम प्रकाश ने एफआईआर दर्ज कराई थी. इस मामले से समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई को बड़ी राहत मिली है. एसीएमएम थर्ड की कोर्ट ने विधायक अमिताभ बाजपेई को इस मामले में बरी कर दिया है.जब देशभर में सीएए एनआरसी के विरोध में धरना प्रदर्शन चल रहा था, उस दौरान कानपुर में भी 20 और 21 दिसंबर 2019 को हिंसा भड़क गई थी. इसके खिलाफ शुरू हुए विरोध ने देखते-देखते हिंसक रूप ले लिया था. 3 प्रदर्शनकारियों की इसमें जान भी चली गई थी. पुलिस के कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था. कई लोग घायल हुए थे.पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया थाप्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया था. इसी दौरान समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेई अपने काफिले के साथ घटनास्थल पर जा रहे थे, तब पुलिस ने उनको रोका था. इस दौरान एडीजी और विधायक के बीच बहस हो गई थी और झड़प भी हो गई थी. जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था अब इसी मुकदमे में विधायक को बड़ी राहत मिली है.समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई ने बताया कि पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया था. मुकदमे में ना तो कोई तत्व थे ना ही कोई सच्चाई. कोर्ट ने आज मुझे इस मामले में बरी कर दिया है, मुकदमा समाप्त कर दिया गया है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : May 04, 2023, 15:54 IST

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