[ad_1]

संजय यादव

बाराबंकी. उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के रहने वाले पद्मश्री प्राप्त किसान राम सरन वर्मा आलू, टमाटर की खेती में क्रांति ला रहे हैं. वो 56 इंच की बेड बनाकर एक एकड़ में 200 क्विंटल से अधिक आलू की पैदावार कर रहे हैं. राम सरन वर्मा की यह नई तकनीक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों की आय को दोगुना करने के मिशन में मील का पत्थर साबित हो रहा है. साथ ही सिंचाई में जल संरक्षण को भी बल मिल रहा है, क्योंकि उनकी इस नई तकनीक से कम पानी में आलू की ज्यादा उपज हो रही है.

राम सरन वर्मा ने इसको 56 इंच तकनीक नाम दिया है. प्रदेश की योगी सरकार ने भी इसकी सराहना की है. राम सरन वर्मा के मुताबिक किसानों को फसल चक्र अपनाना चाहिये, जिससे न सिर्फ खाद का उपयोग घटेगा, बल्कि मुनाफा भी अच्छा होगा.

बाराबंकी में हरख ब्लॉक के दौलतपुर गांव के पद्मश्री प्रगतिशील किसान राम सरन वर्मा ने चौड़ी बेड बनाकर उसमें आलू की दो लाइन की बोआई की है. इस बेड की चौड़ाई उन्होंने 56 इंच रखी है और इसीलिये इसका नाम भी उन्होंने 56 इंच तकनीक दिया है. उन्होंने बताया कि चाहे बारिश आये या तूफान इस नई तकनीक की आलू की फसल पर उसका कोई फरक नहीं पड़ेगा.200 क्विंटल से अधिक होगा उत्पादन

राम सरन वर्मा ने बेड इतनी मोटी रखी है ताकि आलू उत्पादन में उसे पर्याप्त जगह मिल सके. इसलिये उत्पादन एक एकड़ में 200 क्विंटल से अधिक होगा. राम सरन वर्मा ने बताया कि पिछले साल प्रयोग के तौर पर उन्होंने यह विधि अपनाई थी, जो सफल रही. बीते वर्ष उन्होंने प्रति एकड़ 250 से 300 क्विंटल आलू की पैदावार का दावा किया था.

उनके मुताबिक 56 इंच की बेड बनाने से नालियों की संख्या घटी है. इस नई तकनीक में पानी की 30 फीसदी तक बचत होती है और 40 फीसदी अधिक उत्पादन होता है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Agriculture, Barabanki News, Farming, Potato expensive, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : December 13, 2022, 18:57 IST

[ad_2]

Source link