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संजय यादव/बाराबंकी: एक तरफ जहां अधिवक्ता कोर्ट में लोगों को कानून की लड़ाई लड़कर न्याय दिलाते हैं तो वहीं जनपद बाराबंकी के हैदरगढ़ तहसील में इन दिनों बंदरों के आतंक से अधिवक्ता काफी परेशान हैं. आए दिन बंदरो की हरकतों से अधिवक्ता व लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. दरअसल,यहां के बंदरों के खुद के नियम है. बंदरों के इस कानून से अधिवक्ता काफी परेशान है. यहां बंदर कभी मुहर तो कभी फाइल लेकर भाग जाते हैं. तो कभी स्टांप और दूसरे जरूरी कागजात लेकर नौ दो ग्यारह हो जाते हैं. अक्सर बंदर उन पर हमला भी बोल देते हैं. बंदरों के आतंक के चल ते यहां के अधिकारी और वकील काफी परेशान रहते है.पूरा मामला बाराबंकी की हैदरगढ़ तहसील का है. यहां पर काफी तादाद में बंदर रहते हैं जिसके कारण कोई भी सामान यहां पर सुरक्षित नहीं रहता. आए दिन अधिवक्ताओं के जरूरी कागजात और सामान को उठा ले जाते हैं या फिर आसपास फेंक देते है. जिससे अधिवक्ता काफी परेशान हैं. हैदरगढ़ तहसील परिसर में पंद्रह लाख रुपये की सांसद निधि से बनने वाले अधिवक्ताओं के भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा सांसद उपेंद्र सिंह रावत भी बंदरों का आतंक देखकर हैरान हो गए. वहीं अधिवक्तावों ने सांसद जी से बंदरों के आतंक से निजात पाने की फरियाद की.बीजेपी सांसद ने दिया समाधान का भरोसातहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष यशकरन तिवारी जी ने बंदरों की वजह से अधिवक्ताओं को हो रही परेशानियों के बारे में सांसद उपेंद्र सिंह रावत को बताया. जिसपर सांसद ने अधिवक्ताओं से कहा कि जल्द ही इसके लिए कोई ठोस कदम उठाए जाएगा. बंदरों की समस्या मेरी जानकारी में आई है. दूसरी समस्या यहां शौचालय की भी है. मैंने यहां की दोनों समस्याओं को लेकर अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि जल्द ही इससे संबंधित प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा.जज से लेकर वकील तक परेशानवहीं अधिवक्ताओं का कहना है बंदरों की इस समस्या से हम काफी परेशान हैं. स्टांप और पेन तो उठा ही ले जाते हैं अगर कुर्सी पर कोर्ट रख दो तो उसे भी उठा ले जाते हैं और पेड़ों पर रखकर भाग जाते हैं. बंदर गाड़ियों के शीशे भी तोड़ डालते हैं. यहां की यह आम समस्या काफी दिनों से है अब देखते हैं सांसद जी क्या करते हैं..FIRST PUBLISHED : July 13, 2023, 22:44 IST

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