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सृजित अवस्थी/पीलीभीत: अब तक पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघ, तेंदुए जैसे बड़े वन्यजीवों की ही गणना की जाती थी. लेकिन इस बार यहां कीट पतंगों की भी गणना की जाएगी. इसके लिए विभाग की ओर से फोटोग्राफी व सर्वे किया जा रहा है.पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के इतिहास में यह पहला मौक़ा है जब यहां बड़े वन्यजीवों के इतर कीट पतंगों की गिनती की जाएगी.

पीलीभीत टाइगर रिज़र्व प्रशासन की टीमें फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी के जरिए इनका डाटाबेस संकलित किया जाएगा. इस पूरे सर्वे में WWF (विश्व प्रकृति निधि) का भी सहयोग लिया जाएगा. जानकारों की मानें तो कीट पतंगे जैव विविधता के लिए काफी अधिक महत्वपूर्ण है. वहीं फसलों की पैदावार बढ़ाने में भी इनका खास योगदान होता है. यही कारण है कि पहली बार इनके संकलन की कवायद शुरू की गई है.

पतंगों की गिनती की जाएगी

दरअसल, दुनिया भर में कीट पतंगों की कुल प्रजातियां 5 लाख के आसपास तक हैं. प्रमुख तौर पर यह नमी वाले इलाके जैसे नदी, झील व तालाब के आसपास पाए जाते हैं. पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पूरे ही जंगल में नदियों, नहरों व तालाबों का जाल बिछा है. ऐसे में यहां इनकी पतंगों की तमाम प्रजातियों के पाए जाने की उम्मीद जतायी जा रही है.

मनाया जा रहा है राष्ट्रीय पतंगा सप्ताह

पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने बताया कि देशभर में 30 जुलाई तक राष्ट्रीय पतंगा सप्ताह मनाया जा रहा है. पीलीभीत का वन क्षेत्र जैव विविधता से भरपूर है ऐसे में यहाँ पाँच रेंजों में टीमें गठित कर सर्वे व फोटोग्राफी के जरिए डाटाबेस तैयार कराया जा रहा है. उम्मीद हैं अच्छे आंकड़े सामने आएंगे.
.Tags: Local18, Pilibhit news, UP newsFIRST PUBLISHED : July 26, 2023, 23:56 IST

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