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सौरव पाल/मथुरा: धर्मनगरी वृंदावन विश्वभर के लोगों के भक्ति और आस्था का प्रतीक है. यहां हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपने आराध्य भगवान श्री कृष्ण के विभिन्न मंदिरों के दर्शन करने के लिए आते है. ऐसा ही एक वृंदावन का विश्व प्रसिद्ध मंदिर है श्री राधारमण मंदिर. जहां भगवान 4 महीने बाद अपने गर्भ गृह से निकलकर जगमोहन में आकर भक्तों को दर्शन देते है. वृंदावन के सप्तदेवालयों में से श्री राधारमण मंदिर एक है.

इस मंदिर में विराजमान श्री राधारमण लाल का विग्रह स्वयं शालिग्राम शिला से प्रकट हुआ है. मंदिर सेवायत मुदित गोस्वामी ने बताया कि वसंत पंचमी की बसंत पंचमी की संध्या पर भगवान श्री राधारमण लाल अपने गर्भ गृह से करीब 4 महीने बाद बाहर निकल कर अपने भक्तों को जगमोहन में आ कर दर्शन दे रहे है. इससे पहले भगवान शरद पूर्णिमा के समय अंतिम बार जगमोहन में दर्शन दिये थे. इसके साथ ही आज के दिन भगवान के विशेष चरण दर्शन भी हुए. क्योंकि शीत ऋतु की वजह से भगवान को गरम कपड़े और मौजे पहनाये जा रहे थे. जिस वजह से शीत ऋतु के दौरान भगवान के चरण दर्शन भी नहीं हो पा रहे थे. लेकिन बसंत आते ही ठाकुर जी ने मौजे उतर दिये है और अब भक्त उनके चरण दर्शन भी कर पायेंगे.

बसंत पंचमी के साथ ब्रज में शुरु हुआ 40 दिवसीय होली उत्सवइसके अलावा जयती कृष्ण गोस्वामी ने बताया कि वसंत पंचमी के मौके पर भगवान को कई विशेष तरह के बसंती भोग जैसे माल पूआ, केसर बर्फी, मोमत्थार और कुलिया का भोग लगाया गया. साथ ही भगवान को वसंती वस्त्र धारण करा कर वसंती पुष्प भी अर्पित किए गए. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वसंत से ब्रज में होली की भी शुरुआत हो जाती है. उसी परंपरा का पालन करते हुए राधारमण भगवान को भी अगले 40 दिनों तक राजभोग आरती के समय गुलाल लगाया जाएगा.
.Tags: Hindu Temple, Local18FIRST PUBLISHED : February 17, 2024, 08:32 IST

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