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अखंड प्रताप सिंह/कानपुर.अब सड़कों और रोड किनारे आपकी गाड़ियों पर जाकर भीख मांगने वाले बच्चे शिक्षित होंगे. जी हां कानपुर विश्वविद्यालय अब ऐसे बच्चों को चिन्हित करेगा और इन बच्चों को भिक्षावृत्ति के चंगुल से छुड़ाकर उन्हें शिक्षा से जोड़ा जाएगा. ताकि वह अपना और देश का भविष्य सुनहरा बना सकें. इसके लिए कानपुर विश्वविद्यालय अभियान चलाएगा और यह अभियान एक साल तक चलाया जाएगा.कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय द्वारा अब सड़कों पर और चौराहा पर भीख मांगने वाले बच्चों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया गया है. इसकी शुरुआत नवंबर महीने से शुरू होगी और 1 साल तक यह अभियान चलाया जाएगा. कानपुर नहीं बल्कि आसपास के जनपद हो जैसे कानपुर देहात औरैया उन्नाव कन्नौज फर्रुखाबाद और इटावा में भी गया अभियान चलाया जाएगा.चलाया जाएगा अभियानसबसे पहले कानपुर विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत विश्वविद्यालय और इससे जुड़े महाविद्यालय में लगभग 60 यूनिट कम कर रही हैं. जिसमें लगभग 6000 छात्राएं जुड़े हुए हैं. यह सभी अपने-अपने क्षेत्र में टीम वाइस जाकर सबसे पहले डाटा एकत्रित करेंगे कि कहां पर सबसे ज्यादा बच्चे भिक्षावृत्ति कर रहे हैं. ऐसे बच्चों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी और उनको इस भिक्षावृत्ति से छुड़ाकर शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा. जो टीम इस कर को सबसे अच्छे तरीके से करेगी उसे सम्मानित भी किया जाएगा.स्कूल में कराया जाएगा ऐडमिशनराष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉक्टर श्याम मिश्रा ने बताया कि कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ विनय कुमार पाठक द्वारा सड़कों पर भीख मांगने वाले बच्चों को शिक्षा देने के लिए योजना बनाने के लिए कहा गया था. जिसके बाद इस मिशन पर काम किया जाएगा. नवंबर महीने से यह अभियान शुरू होगा जो 1 साल तक चलाया जाएगा. इस दौरान कानपुर कानपुर देहात उन्नाव औरैया फर्रुखाबाद और आसपास के जिलों में ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जाएगा और इन बच्चों को भिक्षावृत्ति से बचकर शिक्षा की ओर प्रेरित किया जाएगा और इनको शिक्षित करने में कानपुर विश्वविद्यालय उनकी मदद करेगा. उन्हें स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा और कानपुर विश्वविद्यालय में भी उनके लिए विशेष क्लास आयोजित की जाएगी..FIRST PUBLISHED : October 4, 2023, 20:07 IST

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