Zika virus in Kannauj: कन्नौज के सीएमओ विनोद कुमार ने इसकी पुष्टि की.Kannauj News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम-9 के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कानपुर में जीका वायरस से संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में विशेष सतर्कता की जरूरत है. डेंगू की टेस्टिंग और तेज की जाए. अस्वस्थ लोगों के उपचार के लिए सभी अस्पतालों में प्रबंध किए गए हैं. सीएम ने कहा कि हर एक मरीज के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाए. सर्विलांस को बेहतर करने की जरूरत है. बचाव के लिए व्यापक स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य सतत जारी रखें. निगरानी समितियों का पूरा सहयोग लिया जाए.कन्नौज. उत्तर प्रदेश के कन्नौज (Kannauj) जिले में रविवार को जीका वायरस (Zika Virus) का पहला केस सामने आया है. जिस युवक में जीका वायरस होने की पुष्टि हुई है, उसकी उम्र 45 साल है. वह कानपुर के शिवराजपुर इलाके के कासामऊ गांव में रुका हुआ था. इस मामले में कन्नौज के स्वास्थ्य विभाग ने 3 नवंबर को 30 सैंपल जांच के लिए भेजे थे. जिसके बाद पीडि़त की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वहीं मामला सामने आने के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम इलाके में सैनिटाइजेशन और फॉगिंग कर रही है. कन्नौज के सीएमओ विनोद कुमार ने इसकी पुष्टि की.
जीका वायरस के बढ़ते मामलों ने साफ कर दिया कि मच्छर इस वायरस को फैला रहे. नेशनल इंस्टीट्यूट आफ मलेरिया रिसर्च, दिल्ली ने शहर से जांच के लिए भेजे गए 50 मच्छरों में से एक में जीका वायरस की पुष्टि हुई है. बता दें कि यूपी के कानपुर में अब तक जीका वायरस का कहर नहीं थम रहा है. यहां अब तक कुल मिलाकर 79 जीका वायरस पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. उत्तर प्रदेश में जीका वायरस का पहला मामला कानपुर में मिलते ही शासन में खलबली मच गई थी. कानपुर के जिलाधिकारी विशाख जी. अय्यर ने ने बताया इस संक्रमण की रोकथाम के लिए और खासकर इन मच्छरों को पकड़ने के लिए 6 सदस्य कमेटी बनाई गई है.
सीएम योगी ने टीम-9 के अफसरों को दिए निर्देशइसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम-9 के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कानपुर में जीका वायरस से संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में विशेष सतर्कता की जरूरत है. डेंगू की टेस्टिंग और तेज की जाए. अस्वस्थ लोगों के उपचार के लिए सभी अस्पतालों में प्रबंध किए गए हैं. सीएम ने कहा कि हर एक मरीज के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाए. सर्विलांस को बेहतर करने की जरूरत है. बचाव के लिए व्यापक स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य सतत जारी रखें. निगरानी समितियों का पूरा सहयोग लिया जाए.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.हमें Facebook, Twitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.
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