Arjun Tendulkar: महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर का क्रिकेट करियर अभी तक ऊंचाइयों पर नहीं पहुंच पाया है. वह फर्स्ट क्लास के साथ-साथ लिस्ट ए और टी20 मैच खेल चुके हैं, लेकिन अभी तक अपना नाम नहीं बना पाए हैं. अर्जुन ने आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए 4 मैच खेले हैं और इस दौरान तीन विकेट झटके हैं. वह एक बार फिर से इसी टीम के लिए टूर्नामेंट में खेल रहे हैं. उन्हें चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ पहले मैच में मौका नहीं मिला था.
योगराज सिंह का चौंकाने वाला दावा
अर्जुन को लेकर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने बड़ी बात कही है. उनका मानना है कि गेंदबाजी में इस खिलाड़ी को बर्बाद किया जा रहा है. अगर अर्जुन फिर से उनके पास सीखने के लिए जाते हैं वह उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बना सकते हैं. राजस्थान रॉयल्स और किंग्स पंजाब के पूर्व खिलाड़ी तरुवर कोहली को दिए एक इंटरव्यू में योगराज सिंह ने कहा कि अर्जुन तेंदुलकर को अपनी बल्लेबाजी पर अधिक ध्यान देना चाहिए.
योगराज सिंह ने क्या कहा?
योगराज सिंह ने तरुवर कोहली के यूट्यूब चैनल पर कहा, “अगर अर्जुन तेंदुलकर अब मेरे पास आते हैं, तो मैं उन्हें छह महीने में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बना दूंगा. कोई नहीं जानता कि उनमें बल्लेबाजी में कितनी क्षमता है. वह 12 दिनों के लिए मेरे साथ थे, उन्होंने रणजी ट्रॉफी के डेब्यू में शतक बनाया. क्या किसी ने महसूस किया? गोवा की टीम यहां थी. सचिन और युवराज ने मुझसे अर्जुन तेंदुलकर को अपनी छत्रछाया में लेने के लिए कहा. वह 10-12 दिनों के लिए मेरे साथ रहे. मैंने सोचा- वह इतना महान बल्लेबाज है, कहां इसको गेंदबाजी में लगा रखा है?’ आप उसे गेंदबाजी में क्यों बर्बाद कर रहे हैं?’ एक बल्लेबाजी ऑलराउंडर के रूप में, वह ठीक रहेगा.”
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युवराज के पिता ने किया था खुलासा
इससे पहले एक अलग इंटरव्यू में योगराज ने दावा किया था कि युवा क्रिकेटरों को कोचिंग देने के उन 12 दिनों के भीतर अर्जुन ने गोवा के लिए अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया और राजस्थान के खिलाफ शतक बनाया. इसके बाद अर्जुन को मुंबई इंडियंस ने खरीदा. युवराज सिंह के पिता ने आगे कहा कि अर्जुन ने उनसे ट्रेनिंग लेनी बंद कर दी, क्योंकि कोई भी नहीं चाहता था कि उनका नाम योगराज से जुड़ा हो.
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‘टैग लगने से डरते हैं’
योगराज ने ‘अनफिल्टर्ड बाय समदीश’ पर कहा, ”जब उन्होंने डेब्यू मैच में शतक बनाया और फिर आईपीएल में लौटे, तो लोग डर गए कि क्या पता उनका (अर्जुन का) नाम मेरे साथ जुड़ जाए? क्या आप समझ रहे हैं कि मेरा क्या मतलब है? इसलिए लोग अपने नाम के पीछे एक टैग लगने से डरते हैं. मैंने युवी से कहा – सचिन को बोलो – अर्जुन को एक साल के लिए मेरे साथ छोड़ दो और देखो क्या होता है.” 66 वर्षीय योगराज ने भारत के लिए एक टेस्ट और छह वनडे मैच खेले.