यूपी में इस जगह मात्र 300 रुपये में आंखों को कराएं तरोताजा, होगा रोशनी में सुधार और चश्मे से मिलेगा छुटकारा

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Agency:News18 Uttar PradeshLast Updated:February 25, 2025, 19:46 ISTNatural Treatment for Weak Eyesight: आज की तारीख में तमाम तरह की शारीरिक दिक्कतें और परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. पहले लोगों को बुढ़ापे तक में भी आंखों के रोशनी की समस्या नहीं होती थी और अब बच्चों को भी…X

आंखों की थकावट और खत्म हो रही रोशनी के लिए आयुर्वेद की यह थेरेपी है रामबाणसहारनपुर: आज के दौर में लोग मोबाइल और कंप्यूटर स्क्रीन पर काफी समय बिताते हैं. इन गैजेट्स की स्क्रीन से निकलने वाली हानिकारक किरणें आंखों पर बुरा प्रभाव डालती हैं. इसके अलावा पॉल्यूशन की वजह से भी आंखों को बहुत नुकसान पहुंचता है. इससे आंखों में जलन, थकान और अनिद्रा जैसी परेशानियां महसूस होती हैं. इसके साथ ही साथ बच्चों को कम उम्र में नजर कमजोर होने का चश्मा लग जाता है. अगर किसी की नजर कमजोर हो चुकी है और चश्मा लग रहा है तो इसे हमेशा के लिए हटाया भी जा सकता है. इसके लिए आयुर्वेद ‘नेत्र तर्पण’ थेरेपी का सहारा लिया जा सकता है.

नेत्र तर्पण आंखों को पोषण देने और उन्हें फिर से जीवंत करने के लिए की जाने वाली एक आयुर्वेदिक चिकित्सा है. इसे आंखों की थकान, तनाव और दृष्टि में सुधार के लिए किया जाता है. ‘नेत्र तर्पण’ में आंखों पर औषधीय घी से स्नान कराया जाता है. गेहूं के आटे से आंखों के चारों ओर घेरा बनाया जाता है. इस घेरे में औषधीय घी डाला जाता है. रोगी को प्रक्रिया के दौरान बीच-बीच में बारी-बारी से आंखें खोलने और बंद करने की सलाह दी जाती है.

मात्र सहारनपुर में ₹300 में होती है यह ‘नेत्र तर्पण’ थेरेपीआयुर्वेद डॉक्टर हर्ष ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि आयुर्वेद में मेंशन की गई पंचकर्म पद्धतियों में से एक चिकित्सा पद्धति है. आंखों को नारिशमेंट देने वाली थेरेपी ‘नेत्र तर्पण’ कहलाती है. ‘नेत्र तर्पण’ थेरेपी करने के बाद आंखों को ऐसा पोषण मिलता है जिससे आंखें पूरी तरह से रिलैक्स हो जाती हैं. इस थेरेपी का अधिकतर इस्तेमाल उन लोगों पर किया जाता है जो लोग ज्यादा कंप्यूटर और लेपटॉप का इस्तेमाल करते हैं या फिर बहुत ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल करते हैं. इन गैजेट्स से निकलने वाली किरणों से उनकी आंखें ड्राई होने लगती हैं.

‘नेत्र तर्पण’ थेरेपी ड्राई आई सिंड्रोम, कंप्यूटर-मोबाइल स्क्रीन से निकलने वाली हानिकारक किरणों, आंखों में खुजली की समस्या, ग्लूकोमा, शुरुआती मोतियाबिंद बनने से रोकना, आंखों में दर्द, आंखों के जलन में रामबाण का काम करता है. ‘नेत्र तर्पण’ के लिए आंखों के चारों ओर आटे की दीवार बनाकर जड़ी बूटियां वाला घी इस्तेमाल किया जाता है. घी को पिघलाकर आंखों के ऊपर डाला जाता है और पेशेंट को बोला जाता है की आंखों को खोलता और बंद करता रहे. घी ठंडा होने पर दोबारा से निकाल कर री हीट किया जाता है और फिर यही प्रक्रिया लगभग 1 घंटे तक चलती है. इस थेरेपी को करने के लिए सहारनपुर में परवाना बिहार, दिल्ली रोड़ पर आयास आयुर्वेदिक चिकित्सालय पहुंचना होगा. एक बार इस थेरेपी को कराने के लिए मात्र ₹300 चार्ज रखा गया है.
Location :Saharanpur,Uttar PradeshFirst Published :February 25, 2025, 19:46 ISThomelifestyleआंखों की रोशनी हो रही है कम, कराएं नेत्र तर्पण, चश्मे से भी मिलेगा छुटकाराDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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