बलिया: आमतौर पर आपने यूपी और बिहार में कई मोटे अनाज का भुजा जरूर खाया होगा. इसके अलावा, दूध से बनी कई मिठाइयों के स्वाद का आनंद भी आपने लिया होगा, लेकिन आज यूपी बिहार में मिलने वाले भुजे की मिठाई हम आपको खिलाएंगे. जी हां! हम बात कर रहे हैं बलिया के मशहूर तिलवा की, जिसे धान से तैयार चिउड़ा को दुबारा भूनकर बनाया जाता है.
इसे बनाने के लिए चीनी नहीं बल्कि गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है. क्योंकि, हम सभी जानते हैं कि जाड़े के दिनों में गुड़ का सेवन करना काफी लाभकारी होता है. गुड़ के कई सामान बनते हैं, लेकिन भुजना और गुड़ से मिलकर जो ये मिठाई बनती है. वह कहीं न कहीं काफी ज्यादा लजीज होती है. इसे जाड़े का राजा भी कहा जाता है. इसे चिवड़ा, चिउड़ा और चूड़ा जैसे कई नामों से जाना जाता है.
दुकानदार ने मिठाई को लेकर बताया
दुकानदार संजय कुमार गुप्ता बताते हैं कि ‘ वह इस मिठाई को लगभग 35 सालों से हर ठंडी के सीजन में बनाते हैं. यह मिठाई बहुत स्वादिष्ट होती हैं. इतना ही नहीं, एक बार खाने के बाद कोई भी इसके स्वाद का दीवाना बन जाता है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे बनाने के बाद जल्द खराब होने का डर नहीं होता है. इसकी मांग गुजरात, मुंबई, असम और दिल्ली सहित बलिया के कोने-कोने में रहती है. मकर संक्रांति यानी खिचड़ी पर्व में तो इस मिठाई की धूम मच जाती है.
जानें कैसे बनती है ये लाजवाब मिठाई
इस मिठाई को बनाने में बहुत समय नहीं लगता है. यहां तक की खर्च भी बहुत कम पड़ता है. इसे चिवड़ा, चिउड़ा और चूड़ा जैसे कई नामों से अलग-अलग जगहों पर जाना जाता है. चिउड़ा खरीद कर गोसार में गर्म बालू या नमक में भून दिया जाता है. इसके बाद गुड़ में पानी डालकर कढ़ाई में धीमी आंच पर देर तक पकाया जाता है. उसके बाद एक खास सुगंध आने लगती है. इसके बाद इस गुड़ के भाग को चिउड़ा में डालकर ऊपर से काली तिल मिला दिया जाता है. अब इसे गोल-गोल हाथ से बना दिया जाता है. यह खाने में बेहद लाजवाब होता हैं. यह मिठाई 100 रुपए में 1 किलो मिल जाती है.
ये है सही एड्रेस
बलिया जिले के रेलवे स्टेशन से NH-31 बलिया-बैरिया मुख्य मार्ग पर लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर माल गोदाम चौराहे के पास संजय की दुकान है. जहां आप इस देसी मिठाई तिलवा के स्वाद का आनंद ले सकते हैं.
Tags: Ballia news, Food 18, Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : December 17, 2024, 08:05 IST