पीयूष शर्मा/मुरादाबाद. मुरादाबाद पूरी दुनिया में पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है. तो वहीं यहां के पीतल के उत्पादन देश-विदेश में एक्सपोर्ट किए जाते हैं. इन पीतल के उत्पादों पर चार चांद लगाने का काम करते हैं यहां के शिल्पगुरु जो इन्हें अपने हाथों से नक्काशी कर और ज्यादा खूबसूरत और आकर्षित बनाते हैं. यही वजह है कि यहां के उत्पाद देश-विदेश में खूब पसंद किए जाते हैं. देश-विदेश में एक्सपोर्ट होते हैं.उन्ही में से एक है राष्ट्रीय चिन्ह अशोक की लाट जो पीतल से बनती है.पीतल कारीगर इसे अपने हाथों से तैयार करते हैं. यह अशोक की लाट भारत के लोग तो पसंद करते ही हैं. इसके साथ ही भारत से अलग भारत के लोग जब किसी अन्य कंट्री में जाते हैं. तो राष्ट्रीय चिन्ह को गिफ्ट के तौर पर भी भेंट करते हैं.केवल मुरादाबाद में ही होता है मैन्युफैक्चरपीतल कारोबारी ने बताया कि जैसा कि सभी को मालूम है कि अशोक की लाट हमारा राष्ट्रीय चिन्ह भी है.यह मुरादाबाद में ही मैन्युफैक्चर किया जाता है. इसके साथ ही अगर इसके साइज की बात करें तो इसके कई साइज है. 2 इंची से शुरू होकर लास्ट 12 इंच तक इसका साइज रहता है. इसके साथ ही इसका इस्तेमाल सरकारी डिपार्टमेंट या सरकारी अधिकारियों को रिप्रेजेंट करने के लिए किया जाता है. या फिर इसे गिफ्ट के तौर पर दिया जाता है.दूसरे देशों में भी किया जाता है गिफ्टउन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है कि है हमारा राष्ट्रीय चिन्ह है. तो हमारे यहां पर ही एक्सपोर्ट होता है. दूतावास के लोग जो किसी अन्य कंट्री में जाते हैंतो इसे अपना राष्ट्रीय चिन्ह होने के नाते दूसरेकंट्री के लोगों को गिफ्ट के तौर पर भी भेंट करते हैं. इसलिए यह विदेश में भी गिफ्ट के तौर पर एक्सपोर्ट किया जाता है..FIRST PUBLISHED : November 17, 2023, 13:07 IST
Source link