गाजियाबाद: आने वाले समय में गाजियाबाद न केवल औद्योगिक और आवासीय हब के रूप में पहचाना जाएगा, बल्कि एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट के रूप में भी विकसित होगा. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई हैं, जिनके लिए वित्त मंत्रालय से 204 करोड़ रुपये की विशेष सहायता राशि की मांग की गई है. इस प्रस्ताव में सिटी फॉरेस्ट, हिंडन नदी के किनारे और इंदिरापुरम के पार्कों के सौंदर्यीकरण का प्लान शामिल है.
सिटी फॉरेस्ट को मिलेगा नया रूपगाजियाबाद का सिटी फॉरेस्ट, जो 150 एकड़ में फैला है, अब नए और उन्नत स्वरूप में दिखेगा. पहले इसे 9 हिस्सों में विभाजित किया गया था, लेकिन अब इसे 14 हिस्सों में बांटने की योजना है. यहां म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट जोन, बैम्बू पार्क, एडवेंचर जोन, वॉटर बॉडी एक्टिविटी, जंगल स्टे और कैम्पिंग, वाइल्डलाइफ वॉच, डायनासोर पार्क, बेरी पिकिंग, फिशिंग जोन, हार्स राइडिंग, और मेडिटेशन जोन जैसी आकर्षक सुविधाएं होंगी. इस परियोजना की लागत 79.95 करोड़ रुपये आंकी गई है और इसे पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर संचालित किया जाएगा.
हिंडन नदी किनारे बदलेगा दृश्यगाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड से हिंडन नदी तक 6 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जा रहा है. साथ ही, 11 हेक्टेयर भूमि पर ग्रीन बेल्ट विकसित की जाएगी. यहां गार्डन बेंच, मिनी रेस्टोरेंट, स्टैचू और जीव-जंतु संरक्षण से जुड़े कई कार्य किए जाएंगे. इस परियोजना की अनुमानित लागत 85.04 करोड़ रुपये है और इसे भी पीपीपी मॉडल पर संचालित किया जाएगा.
इंदिरापुरम के तीन पार्कों का सौंदर्यीकरणइंदिरापुरम में स्थित हाथी पार्क, नीबू पार्क और उद्यान नर्सरी को नए रूप में सजाया जाएगा. हाथी पार्क को हंगामा पार्क के रूप में, नीबू पार्क को वुडलैंड पार्क के रूप में, और उद्यान नर्सरी को चिल्ड्रेन पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा. चिल्ड्रेन पार्क में वेस्ट टू आर्ट की थीम पर एनीमल प्ले जोन, सेल्फी जोन और मुहावरा जोन जैसी सुविधाएं तैयार की जाएंगी. इन परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत 40 करोड़ रुपये है.
इंदिरापुरम में एनओसी के बाद ही होगा कार्यहालांकि इंदिरापुरम अब नगर निगम के अंतर्गत आता है, इसलिए इन पार्कों के सौंदर्यीकरण के लिए नगर निगम से एनओसी की आवश्यकता होगी. अधिकारियों का कहना है कि इस प्रक्रिया में आय के बंटवारे को लेकर कुछ चुनौतियां हो सकती हैं, लेकिन इसके समाधान की कोशिशें जारी हैं.
50 साल तक बिना ब्याज के मिलेगा लोनइस योजना के अंतर्गत, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को 50 साल तक बिना ब्याज के लोन मिलेगा, जिससे सिटी फॉरेस्ट और अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों को पूरा किया जाएगा. इस पहल का मुख्य उद्देश्य न केवल शहर का सौंदर्य बढ़ाना है, बल्कि जीडीए की आय को भी मजबूत करना है.
Tags: Ghaziabad News, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 09:17 IST