यूपी के इस चिड़ियाघर में है सफेद बाघिन, देखने के लिए लगती है भीड़, आप भी प्लान करें पिकनिक  

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यूपी के इस चिड़ियाघर में है सफेद बाघिन, देखने के लिए लगती है भीड़, आप भी प्लान करें पिकनिक  

रजत भट्ट: गोरखपुर चिड़ियाघर में आने वाले पर्यटकों को सबसे ज्यादा बाघों का नजारा देखने को मिलता है. चिड़ियाघर धीरे-धीरे बाघों का एक आशियाना बनता जा रहा है. जहां बाघों को संरक्षित किया जा रहा है. इस वक्त चिड़ियाघर में बाघों की संख्या लगभग चार हो गई है, जिनमें तीन बाघों को बाड़े में रखा गया है. जिसे दर्शक देख सकते हैं, जबकि एक रेस्क्यू सेंटर में मौजूद है.

गोरखपुर का चिड़ियाघर2021 में चिड़ियाघर के उद्घाटन के समय यहां बाघ अमर को कानपुर चिड़ियाघर से लाया गया था. साथ ही बाघिन मौलानी को लखनऊ से लाया गया था. दिल्ली में जन्मी सफेद बाघिन गीता को पहले लखनऊ में रखा गया था, जिसे बाद में 2022 में गोरखपुर लाया गया. 2023 में मैलानी से बाघिन शक्ति को रेस्क्यू कर गोरखपुर लाया गया था.

बाघों की संख्या हुई चार गोरखपुर चिड़ियाघर में इस वक्त बाघों की संख्या लगभग चार हो गई है. जिसमें सफेद बाघिन गीता भी शामिल है. चिड़ियाघर के डॉक्टर योगेश प्रताप सिंह बताते हैं कि बाघों के लिए गोरखपुर चिड़ियाघर का पर्यावरण बिल्कुल सही है. इसीलिए वो यहां जल्द ही ढल गए हैं. बाघों के लिए तालाब, मचान और जंगल का एहसास कराने के लिए गुफा बनाई गई है, जहां वो सबसे ज्यादा समय व्यतीत करते हैं. गर्मी के समय में अमर पूरा दिन तालाब में रहता है और फिर निकलते ही एसी और कूलर का मजा लेने लगता है. डॉक्टर योगेश बताते हैं कि चिड़ियाघर में चार बाघ मौजूद हैं, जिनमें तीन को पर्यटक देख सकते हैं. जबकि शक्ति को अभी चिड़ियाघर के अस्पताल में रखा गया है.

सफेद बाघिन के दीवाने हैं लोगचिड़ियाघर में आने वाले पर्यटक सबसे ज्यादा सफेद बाघिन गीता को देखना पसंद करते हैं. सभी बाघों में सबसे आकर्षक और खूबसूरत गीता लगती है. डॉक्टर योगेश बताते हैं कि सफेद बाघिन गीता को चिड़ियाघर में सात साल हो गए हैं. चिड़ियाघर में सफेद बाघ नहीं होने के कारण एक और सफेद बाघ लाने की योजना बनाई जा रही है. आने वाले समय में किसी अन्य चिड़ियाघर से बातचीत करके दर्शकों के लिए एक और सफेद बाघ लाया जा सकता है.
Tags: Gorakhpur news, Local18FIRST PUBLISHED : August 1, 2024, 13:22 IST

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