Agency:News18 Uttar PradeshLast Updated:February 15, 2025, 12:50 ISTपहलवान वीर बाबा मंदिर में दर्शन करने के लिए काफी दूर-दूर से लोग आते हैं. यह मंदिर लोगों की आस्था और विश्वास का अटूट केंद्र बन चुका है. इस मंदिर में प्रसाद के रूप में लड्डू पेड़ा और खुरमा आदि चढ़ाया जाता है.X
पहलवान वीर बाबा मंदिर हाइलाइट्सपहलवान वीर बाबा मंदिर में दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु.अंग्रेजों ने बाबा की अनुमति से ही बिछाई थी रेलवे पटरी.मंदिर में प्रसाद के रूप में लड्डू, पेड़ा और खुरमा चढ़ाया जाता है.कभी-कभी हमें ऐसी कहानियां सुनने को मिलती हैं जो आस्था और धर्म पर विश्वास करने के लिए लोगों को मजबूर कर देती हैं. कुछ ऐसे ही कहानी है सुल्तानपुर के पहलवान वीर बाबा की, जिनके बारे में माना जाता है कि जब सुल्तानपुर जिले से रेलवे ट्रैक अंग्रेजों द्वारा बिछाया जा रहा था तब दिन में कर्मचारी और अधिकारी रेलवे ट्रैक बिछाने का काम करते और रात में रेलवे ट्रैक अपने आप उखड़ कर 2 किलोमीटर दूर चला जाता. इस अदृश्य शक्ति को अंग्रेज कुछ दिनों तक तो समझ ही नहीं पाए, लेकिन स्वप्न में बाबा ने उनको यह सलाह दिया कि यहां पर मेरा स्थान है. यहां से दूर काम करो तभी रेलवे ट्रैक बिछाने का काम हो सकता है.
यह है मंदिर का इतिहास
मंदिर के पुजारी गंगा प्रसाद मिश्र ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि यह मंदिर लगभग 100 वर्ष पुराना है, लेकिन इस मंदिर के महत्व के बारे में लोगों को तब मालूम हुआ जब अंग्रेजों ने सुल्तानपुर से रेल ट्रैक बिछाना चालू किया उस वक्त दिन में अंग्रेजों द्वारा रेल की पटरी बिछाई जाती, लेकिन रात में वह उखड़ जाती थी जिसके चलते अंग्रेजों ने काफी कठिनाइयों का सामना किया. ऐसे में दिल्ली में बैठे रेल अफसर को बाबा ने स्वप्न में यह बताया कि यहां पर मेरा स्थान है मेरे स्थान को पहले ठीक करवाया जाए और स्थान से थोड़ा हटकर रेल ट्रैक बिछाया जाए तभी यह काम संपन्न हो सकता है.
दूर दूर से आते हैं श्रद्धालु
पहलवान वीर बाबा मंदिर में दर्शन करने के लिए काफी दूर-दूर से लोग आते हैं. यह मंदिर लोगों की आस्था और विश्वास का अटूट केंद्र बन चुका है. इस मंदिर में प्रसाद के रूप में लड्डू, पेड़ा और खुरमा आदि चढ़ाया जाता है. प्रत्येक बृहस्पतिवार को यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुड़ती है.
कैसे पहुंचें इस मंदिर
अगर आप भी पहलवान वीर बाबा मंदिर पहुंचकर बाबा के दर्शन करना चाहते हैं, तो आपको सुल्तानपुर शहर से लगभग 2 किमी दूर पयागीपुर स्थित आईटीआई कालेज प्रांगण के ठीक बगल यह मंदिर स्थित है. जहां पहुंचकर आप दर्शन कर सकते हैं.
Location :Sultanpur,Uttar PradeshFirst Published :February 15, 2025, 12:46 ISThomeuttar-pradeshइस बाबा के चमत्कार के आगे अंग्रेजों ने भी जोड़ लिए थे अपने हाथ, जानिए कहानीDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.