रिपोर्ट- हिफजुर रहमान
बस्ती. उत्तर प्रदेश में बाढ़ के कहर से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं. सैकड़ों गांव बाढ़ की वजह से टापू में तबदील हो गए हैं. बस्ती जिले में भी बाढ़ के रौद्र रूप से 70 गांव की एक लाख आबादी प्रभावित है. घाघरा नदी में अचानक बाढ़ आने से कई गांव जल मग्न हो गए हैं. हजारों लोग बाढ़ की वजह से गांवों में फंसे हुए हैं. जिला प्रशासन लगातार रेस्क्यू कर लोगों को बाहर निकाल रहा है. बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित अशोकपुर, लोहर बर्दिया, माझा कला, माझा किता अव्वल, कल्याणपुर, बाघानाला गांव हुए हैं.
अबतक 4 हजार लोगों का किया गया रेस्क्यू
अशोकपुर गांव में लगभग 5 हजार लोग बाढ़ में फंसे हुए थे, जिनमें से 4 हजार लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया है. बाकी बचे लोगों को बाढ़ से बाहर निकालने का अभियान चल रहा है. अचानक बाढ़ आने की वजह से किसी को सोचने तक का मौका नहीं मिला. लोग घरों की छतों पर शरण लिए हुए हैं.
बाढ़ में फंसे लोगों के सामने पीने के पानी का संकट
बाढ़ में फंसे लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी का है. बाढ़ की वजह से नल डूब गए हैं. लोगों को पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिल पा रहा है. माझा इलाके में लोगों की रोजी रोटी का सबसे बड़ा साधन सब्जी की खेती और दुधारू पशु है. बाढ़ की वजह से फसलें तबाह हो गई हैं. बड़ी तादाद में गाय, भैंस भी बाढ़ में फंसे हुए हैं.
बाढ़ प्रभावित लोगों ने जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि गांव में फंसे लोगों को खाने पीने की सही व्यवस्था नहीं कराई जा रही है. घरों में पानी भर गया है. कोई ठिकाना नहीं है. खाने पीने की समस्या है. बाढ़ में घर बह गये हैं. ऐसे में कहां जाएं, दवाइयों का भी ठीक से इंतजाम नहीं है. छोटे-छोटे बच्चों को टेब्लेट दे रहे हैं. सीरप का इंतजाम नहीं है. छोटे बच्चे टेब्लेट कैसे खाएंगे.
50 मोटर बोट, 250 नाव के सहारे चलाया जा रहा रेस्क्यू अभियान
हर्रैया तहसील के एसडीएम गुलाब चन्द्रा ने बताया कि जब से वाटर लेबल बढ़ा है, जिला प्रशासन की टीम लगातार कैम्प कर रही है. बोट और नाव के सहारे बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. एसडीआरएफ, फ्लड पीएसी की टीम लगाई गई है, जो लगातार बाढ़ में फंसे लोगों को निकाल रही है. 50 मोटर बोट, 250 नाव के जरिये बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाल जा रहा है. बाढ़ पीड़ितों को बांध और आसपास के प्राइमरी स्कूलों में रखा जा रहा है. उनके खाने पीने और दवा का भी इंतजाम किया गया है.
एसडीएम ने कहा कि जो लोग अंदर फंसे हुए हैं, उनको पीने के पानी की दिक्कत है. इसलिए तेजी से उनको बाहर निकाला जा रहा है. बाहर पीने के पानी का टैंकर लगाया गया है, जिससे बाढ़ पीडितों को शुद्ध पेयजल मिल सके. जिला प्रशासन की तरफ से खाना-पीना का इंतजाम किया गया है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Basti news, Flood, UP newsFIRST PUBLISHED : October 14, 2022, 19:51 IST
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