फिटनेस जीवन जीने का एक तरीका है, न कि केवल वर्कआउट का एक सेट जो वजन घटाने में मदद करता है. अपनी शारीरिक गतिविधि के समय का पूरी तरह से आनंद लेने के लिए, ऐसी एक्टिविटी चुनना महत्वपूर्ण है जिसका आप वास्तव में आनंद लेते हैं. किसी विशेष वर्कआउट का चुनाव आपके द्वारा अपने लिए निर्धारित लक्ष्य पर भी निर्भर करता है. जो लोग मसल्स बनाने के इच्छुक हैं या एक विशेष तरीके से दिखना चाहते हैं, वे आमतौर पर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने जिम ट्रेनर पर निर्भर रहते हैं.
वहीं, कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो तनाव कम, वजन कम करना चाहते हैं, लचीलापन हासिल करना चाहते हैं और पुरानी बीमारियों को रोकना चाहते हैं. योग उन लोगों के लिए सही विकल्प हो सकता है जो अपनी भलाई के हर पहलू पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं. विभिन्न आसन या प्राणायाम की तकनीक और ध्यान शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को बूस्ट कर सकते हैं. तो आइए जानते हैं कि फिट रहने के लिए योग सही है या जिम में वर्कआउट करना.योग गुरु हिमालय सिद्ध अक्षर के अनुसार, योग शारीरिक, मानसिक, इमोशनल और आध्यात्मिक कल्याण सहित आपके संपूर्ण स्वास्थ्य की देखभाल करता है. जब आप योग करेंगे तो पाएंगे कि केवल शारीरिक स्थितियों के अलावा भी सीखने के लिए बहुत कुछ है. आसन से आपके लिए ढेर सारे फायदे हैं. वहीं, व्यायाम मसल्स के निर्माण और फंक्शनल फिटनेस दोनों को बढ़ावा देता है. योग आपको अपना लचीलापन, ताकत और अपनी सांस लेने पर ध्यान केंद्रित करना सिखाता है तो व्यायाम ज्यादातर आपके बाहरी स्वरूप के तत्व पर केंद्रित होता है.
योग कम परेशानी के साथ किया जा सकता है जबकि व्यायाम के लिए विशेष उपकरणों की आवश्यकता होती हैयोग गुरु के अनुसार, योग का अभ्यास बिना किसी उपकरण के और योगा मैट पर कम परेशानी के साथ भी किया जा सकता है. आपकी चटाई पोर्टेबल है, इसलिए आप जब चाहें व्यायाम कर सकते हैं. हालांकि, आपकी शारीरिक शक्ति, लचीलेपन आदि को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरणों के साथ अधिक विशेषज्ञ सुविधाओं में कुछ वर्कआउट करने की आवश्यकता हो सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.