Yashavi Jaiswal Record: भारतीय टीम के युवा ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने एक महारिकॉर्ड बना दिया है. भारत-न्यूजीलैंड के बीच जारी टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में यशस्वी ने वो करिश्मा कर दिया, जो महान सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर करियर में नहीं कर पाए थे. इतना ही नहीं रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाज भी कभी यह कमाल करने में सफल नहीं रहे. चलिए जानते हैं यशस्वी ने ऐसा क्या किया कि वह पहले भारतीय बन गए.
यशस्वी का करिश्मा
मैच की पहली पारी में यशस्वी जायसवाल बड़ी पारी खेलने में कामयाब नहीं रहे. उन्होंने 60 गेंदों का सामना करते हुए 30 रन बनाए और ग्लेन फिलिप्स का शिकार हुए. उनकी पारी में चार चौके भी शामिल रहे. भले ही यशस्वी ने बड़ी पारी नहीं खेली, लेकिन इन रनों के साथ ही उन्होंने मौजूदा कैलेंडर ईयर में अपने 1000 रन इस फॉर्मेट में पूरे कर लिए.
बनाया महारिकॉर्ड
यशस्वी ने 1000 रन पूरे करते एक महारिकॉर्ड बना दिया. दरअसल, वह 23 की उम्र से पहले ही एक कैलेंडर ईयर में 1000 या इससे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. जानकार हैरानी हो सकती है कि महान सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर भी ऐसा नहीं कर पाए थे. यहां तक कि वर्तमान दिग्गज भारतीय रोहित शर्मा और विराट कोहली भी यह उपलब्धि हासिल नहीं कर सके.
23 साल की उम्र से पहले एक कैलेंडर ईयर में 1000+ टेस्ट रन
1193 – गारफील्ड सोबर्स (1958)1198 – ग्रीम स्मिथ (2003)1008 – एबी डिविलियर्स (2005)1013 – एलिस्टर कुक (2006)1007* – यशस्वी जायसवाल (2024)
इस मामले में सबसे युवा भारतीय बने
यशस्वी एक कैलेंडर ईयर में 1000 टेस्ट रन बनाने वाले सबसे युवा भारतीय बन गए. 22 साल के इस बल्लेबाज ने दिलीप वेंगसरकर के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 1979 में 23 साल की उम्र में 1000 रन का आंकड़ा छुआ था. वर्तमान में, जायसवाल 2024 में सबसे अधिक टेस्ट रन बनाने वालों की सूची में इंग्लैंड के जो रूट से पीछे दूसरे स्थान पर हैं, जिन्होंने 14 मैचों में 1305 रन बनाए हैं. इस साल जायसवाल के फॉर्म ने उन्हें केवल 10 मैचों में 59.23 की औसत से 1007 रन बनाते हुए देखा है, जिसमें दो शतक और छह अर्धशतक शामिल हैं.
ऐसा करने वाले दुनिया के सिर्फ पांचवें बल्लेबाज
23 की उम्र से पहले एक कैलेंडर ईयर में 1000+ टेस्ट रन पूरे करने वाले यशस्वी जायसवाल दुनिया के सिर्फ पांचवें बल्लेबाज बने हैं. 1958 में गारफील्ड सोबर्स ने सबसे पहले यह कमाल किया था. 2003 में ग्रीम स्मिथ ऐसा करने वाले दूसरे बल्लेबाज बने. फिर 2005 में एबी डिविलियर्स ने यह उपलब्धि अपने नाम की. 2006 में एलिस्टर कुक इस क्लब में शामिल हुए और अब यशस्वी जायसवाल ने ऐसा किया.