नई दिल्ली: भारत की स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा (Manika Batra) वर्ल्ड चैंपियनशिप (World Table Tennis Championships) में इतिहास रचने से चूक गई. मिक्स्ड और वीमंस डबल्स के मुकाबले के क्वार्टर फाइनल में हार के साथ विश्व टेबल टेनिस चैंपियनशिप में पदक जीतने में नाकाम रहीं हैं.
इतिहास रचने में नाकाम रही बत्रा
भारत की स्टार खिलाड़ी मनिका बत्रा मिक्स्ड और महिला युगल मुकाबले के क्वार्टर फाइनल में हार के साथ विश्व टेबल टेनिस चैंपियनशिप में पदक जीतने में नाकाम रहीं. मानिका इतिहास रचने से चूक गई. मनिका और जी साथियान को मिश्रित युगल स्पर्धा के अंतिम आठ मुकाबले में जापान के तोमाकाजु हरिमोतो और हिना हयाता के खिलाफ 1-3 (5-11 2-11 11-7 9-11) से शिकस्त झेलनी पड़ी.
दूसरे मुकाबले में भी मिली हार
मनिका के पास इतिहास रचने का एक और मौका था लेकिन वह एक बार फिर नाकाम रहीं जब उन्हें और अर्चना कामत को महिला युगल मुकाबले में सीधे गेम में हार का सामना करना पड़ा. मनिका और अर्चना को एकतरफा मुकाबले में लक्जेमबर्ग की साराह डि नुटे और नी शिया लियान की जोड़ी के खिलाफ 0-3 (1-11 6-11 8-11) से हार मिली.
सेमीफाइनल में हारकर भी मिलता है कांस्य पदक
आपको बता दें कि वर्ल्ड टेबल टेनिस चैंपियनशिप फाइनल 2021 के सेमीफाइनल में हारने वाले खिलाड़ी या जोड़ी को कांस्य पदक मिलेगा. गौरतलब है कि इससे पहले अभी तक भारत ने वर्ल्ड टेबल टेनिस चैंपियनशिप में केवल दो पदक जीते हैं, भारत ने दोनों पदक 1926 में उद्घाटन संस्करण में जीते थे. भारत को एशियाई टेबल टेनिस चैंपियनशिप में 3 पदक मिले हों. इससे पहले 1976 में उत्तरी कोरिया में आयोजित इवेंट में भारत ने पुरुष डबल्स में ब्रॉन्ज जीता था. ऐसे में 45 साल बाद टीम इंडिया को पुरुष डबल्स के मुकाबले में फिर से पदक जीतने में कामयाबी मिली है.