Sleep disorder: तेजी से भागती दुनिया में फ्यूचर को बेहतर बनाने के लिए भागदौड़ और चिंताओं के कारण रातों की नींद गायब हो जाती है. कई लोग इस समस्या से निपटने के लिए नींद की दवाइयों का सहारा लेते हैं. ऐसी दवाएं एक आसान समाधान प्रतीत हो सकती हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स लॉन्ग टर्म सीरियस रिक्स का हवाला देते हुए हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स से सही सलाह लिए बगैर इन दवाओं के सेवन को लेकर आगाह करते हैं.
डॉक्टर ने चेतायास्लीप मेडिसिन के एक्सपर्ट और पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. मीर फैजल (Dr. Mir Faisal) ने ऐसी दवाओं के व्यापक दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की.. डॉ. फैजल ने वर्ल्ड स्लीप डे पर ‘पीटीआई वीडियो’ को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘‘बहुत से लोग ऐसी दवाओं का इस्तेमाल एक्सपर्ट से सलाह लिए बिना करते हैं. ये दवाइयां अस्थायी राहत दे सकती हैं, लेकिन इन दवाओं के कई नेगेटिव इफेक्ट्स होते हैं.’’
होंगे ऐसे नुकसानउन्होंने बताया कि ये दवाएं ब्रेन से लेकर हार्ट और किडनी तक शरीर की अलग-अलग सिस्टम्स को नुकसान पहुंचा सकती हैं. वर्ल्ड स्लीप डे हर साल 21 मार्च (जब दिन और रात बराबर होते हैं) से पहले शुक्रवार को मनाया जाता है.
जागरूकता जरूरीयह अच्छी नींद के अच्छी नींद की अहमियत को बयां करता है. वर्ल्ड स्लीप सोसाइटी द्वारा 2008 में स्थापित इस दिवस का उद्देश्य अच्छी नींद से स्वास्थ्य संबंधी लाभ के प्रति जागरूकता बढ़ाना, लोगों को स्लीप डिसऑर्ड्स के बारे में एजुकेट करना और बेहतर नींद की आदतों को प्रोत्साहित करना है.
नींद को प्रायोरिटी देंइस साल विश्व नींद दिवस का विषय है – ‘‘अच्छी नींद को प्राथमिकता दें’’. फैजल ने चेतावनी दी कि ऐसी दवाइयों के साइड इफेक्ट्स शुरू में गंभीर नहीं होते हैं लेकिन वक्त के साथ दुष्प्रभाव गंभीर होने लगते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जब हम इनका सेवन करते हैं, तो एक और समस्या होती है. जब हम लंबे समय तक इनका सेवन करते हैं, तो वे ज्यादा असर नहीं करते. इसलिए व्यक्ति अधिक से अधिक खुराक लेता रहता है. और अधिक खुराक के साथ, हमें अधिक दुष्प्रभाव होते हैं.’’
सेहत को खराब कर सकती है नींद की कमीएक्सपर्ट्स का कहना है कि खराब नींद सिर्फ एक छोटी समस्या नहीं है, बल्कि इससे हार्ट डिजीज, डायबिटीज और मेंटल हेल्थ से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. उन्होंने कहा, ‘‘विश्व नींद दिवस’ का महत्व इसके संदेश ‘नींद स्वास्थ्य के लिए जरूरी है’ में निहित है. यह लोगों को नींद को प्राथमिकता देने, अच्छी नींद को दिनचर्या में शामिल करने और नींद से जुड़े डिसऑर्ड्स से निपटने के लिए पेशेवर से मदद लेने के लिए प्रोत्साहित करता है.’’
(इनपुट-भाषा)
Disclaimer प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत या स्किन से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें