नई दिल्ली: क्रिकेट की दुनिया में भारत लगातार आगे बढ़ता जा रहा है. इंटरनेशनल लेवल से डोमेस्टिक लेवल तक भारत के पास एक से बढ़कर एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं. इन सब के पीछे की सबसे बड़ी वजह ये है कि डोमेस्टिक लेवल पर भारतीय खिलाड़ियों को इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं दी जाती है, इस वजह से भारतीय खिलाड़ी पहले से ही बड़े लेवल के लिए तैयार रहते हैं. ऐसे में मेरठ के क्रिकेटर्स के लिए एक और अच्छी खबर आई है, मेरठ की एक निजी कंपनी बीडीएम और स्वीप एंड स्पिन नाम की कंपनी ने एक ऐसी मशीन बनाई है जो आने वाले समय में भारत को और वर्ल्ड क्लास क्रिकेटर्स देने का काम करेगी. इस मशीन में ऐसी खूबियां है जिनके बारे में आज से पहले आपने सुना भी नहीं होगा.
ये खास मशीन बनाएगी खास खिलाड़ी
भारतीय क्रिकेटर्स को और मजबूत बनाने के लिए, बल्लेबाजों की तकनीक को और शानदार बनाने के लिए रविवार को मेरठ के बीडीएम क्रिकेट एकेडमी में ऑटोमेटिक बॉलिंग मशीन इंस्टॉल की गई है. ये मशीन कोई आम मशीन नहीं है, ये मशीन बल्लेबाजों को उनकी मनपसंद गेंद करने में सक्षम है और रफ्तार में ये इंटरनेशनल लेवल के गेंदबाजों को भी पीछे छोड़ सकती है. इस मशीन की खूबी को जाने के लिए रविवार को पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के पुत्र और डीडीसीए के अध्यक्ष रोहन जेटली भी मेरठ पहुंचे. जहां उन्होंने दुनिया की पहली ऑटोमेटिक बॉलिंग मशीन का शुभारंभ किया और मशीन के बारे में भी बताया.
इस बॉलिंग मशीन की ये है खासियत
ये बॉलिंग मशीन दुनिया की पहली ऑटोमेटिक बॉलिंग मशीन है, जो कि 155 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से गेंद फेंक सकेगी. ये मशीन सभी प्रकार की बॉल करेगी जैसे फास्ट, स्लो, इन स्विंग, स्पिन हर तरह की गेंदों को ये मशीन फेंक पाएगी. ये सिर्फ एक मशीन नहीं बल्कि एक रोबोट की तरह बल्लेबाज को उसकी मनचाही गेंद डिलीवर करेगी. इसके अलावा मशीन को खिलाड़ी अपने लैपटॉप मोबाइल से वाईफाई के जरिए भी कनेक्ट कर पाएंगे और ऑपरेट कर सकेंगे. ये मशीन 1 किलोमीटर की रेंज में डिवाइस से कनेक्ट हो सकती है. इसी के साथ सुरक्षा के लिहाज से यह मशीन एक बार में एक ही डिवाइस से कनेक्ट होगी ताकि डाटा चोरी या हैकिंग की समस्या ना हो.
डीडीसीए को भी जल्द मिलेगी ये मशीन
इस मशीन का शुभारंभ करने डीडीसीए के अध्यक्ष रोहन जेटली पहुंचे थे. उन्होंने इस मशीन पर कहा कि यह एक बेहतरीन मशीन है. सभी तरह के खिलाड़ियों को इसका फायदा मिलेगा. साथ ही डीडीसीए के सभी क्लब्स में इस मशीन को भी जल्द से जल्द इंस्टॉल करने का अनुरोध किया जाएगा. इसके अलावा बीडीएम कंपनी के निर्देशक राकेश महाजन की माने तो बीसीसीआई के निर्देशक से भी उनकी बातचीत चल रही है ताकि इस मशीन को बीसीसीआई से भी स्वीकृति मिल सके.