कैंसर एक ऐसी बीमारी बन चुकी है, जिसने पूरी दुनिया के हेल्थ सिस्टम को हिला कर रख दिया है. हर साल लाखों लोग इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आते हैं और समय पर इलाज न मिलने के कारण अपनी जान गंवा देते हैं. भारत भी इस खतरनाक बीमारी से अछूता नहीं है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में दुनियाभर में 2 करोड़ से ज्यादा कैंसर के मामले सामने आए, जबकि 97 लाख लोगों की मौत हो गई.
कई बीमारियां ऐसी होती हैं, जो पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ती हैं, जैसे डायबिटीज और अस्थमा. लेकिन क्या कैंसर भी परिवार में पहले से मौजूद होने पर अगली पीढ़ी को प्रभावित कर सकता है? हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, लगभग 10% कैंसर के मामले जेनेटिक्स होती हैं, यानी यदि परिवार में पहले किसी को कैंसर हो चुका है, तो अन्य सदस्यों को भी इसका खतरा हो सकता है.
एक्सपर्ट बताते हैं कि जेनेटिक म्यूटेशन (जेनेटिक परिवर्तन) कैंसर के पीछे एक बड़ी वजह हो सकती है. यदि माता-पिता के एग या स्पर्म में कैंसर से संबंधित कोई असामान्यता मौजूद होती है, तो यह आगे बच्चों तक पहुंच सकता है. ऐसे में अगर आपके परिवार में किसी को कैंसर हुआ है, तो आपको इस बीमारी की जांच जरूर करानी चाहिए.
कौन-से टेस्ट कराए जाने चाहिए?अगर परिवार में किसी सदस्य की कैंसर से मौत हुई है, तो डॉक्टर आपको कुछ खास टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं. ये टेस्ट यह पता लगाने में मदद करेंगे कि आपके शरीर में कैंसर होने की आशंका कितनी ज्यादा है.
बायोप्सी टेस्टकैंसर की पहचान के लिए सबसे कारगर तरीका है बायोप्सी. इसमें शरीर के संदिग्ध हिस्से से टिश्यू निकालकर उसकी जांच की जाती है कि वह कैंसरयुक्त है या नहीं.
जेनेटिक टेस्टिंगयह टेस्ट यह जांचता है कि क्या आपके जीन में ऐसा कोई म्यूटेशन मौजूद है, जो आपको कैंसर का शिकार बना सकता है. जिन परिवारों में स्तन कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर या ओवेरियन कैंसर के मामले रहे हैं, उनके लिए यह टेस्ट बेहद जरूरी होता है.
MRI और CT स्कैनअगर डॉक्टर को शरीर के किसी अंग में कैंसर की संभावना लगती है, तो MRI या CT स्कैन से इसकी गहराई से जांच की जाती है.
ब्लड टेस्टकुछ खास प्रकार के कैंसर का पता ब्लड टेस्ट के जरिए भी लगाया जा सकता है. ब्लड टेस्ट के जरिए यह भी जाना जाता है कि शरीर में कैंसर सेल्स कितनी तेजी से बढ़ रहे हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.