Women should know these 7 factors which spike risk of deadly diseases Women Health Tips in hindi sscmp | Women Health: महिलाओं को पता होने चाहिए ये 7 फैक्टर्स, जानलेवा बीमारियों का रहता है ज्यादा खतरा

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Women Health: पुरानी बीमारियां एक महत्वपूर्ण वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का अनुमान है कि 2030 तक वैश्विक स्तर पर होने वाली मौतों में पुरानी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों की वजह से 70 प्रतिशत मौतें होंगी. दुनिया भर में महिलाओं को अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण अनोखी स्वास्थ्य चिंताओं का सामना करना पड़ता है. ज्यादातर महिलाएं अपनी हेल्थ पर ध्यान दिए बिना अपने परिवार वालों की देखभाल में लगी रहती हैं. यह और भी कठिन हो जाता है, जब वर्किंग महिलाएं घर और काम को बैलेंस करने की कोशिश करती हैं. इसके चलते खाने का पैटर्न, खाना मिस हो जाना, नींद की कमी, तनाव, शारीरिक गतिविधि की कमी, रिश्ते खराब हो सकते हैं. ये सभी फैक्टर जीवन शैली की बीमारियों के विकास में योगदान करते हैं.
महिलाओं में जीवनशैली से जुड़ी कुछ प्रमुख बीमारियांदिल की बीमारी, स्ट्रोक, डायबिटीज, मोटापा, मेटाबोलिक सिंड्रोम, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और कुछ प्रकार के कैंसर महिलाओं के जीवनशैली से जुड़ी कुछ बीमारियां हैं. वे मृत्यु का कारण बन सकते हैं.
इन फैक्टर्स से बढ़ता है बीमारियों का खतरा
1. अनहेल्दी मील पैटर्न और नियमित समय पर भोजन न करने से भूख लगती है. इसका अर्थ है सूक्ष्म पोषक तत्वों (micronutrients) की कमी से गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.
2. नींद की कमी, शारीरिक गतिविधि की कमी और तनाव के कारण वजन बढ़ने लगता है. तनाव और नींद की कमी हार्मोन कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ाती है, जिससे शरीर में सूजन आ जाती है. कोर्टिसोल भूख को बढ़ाता है, जिससे वजन बढ़ता है. इससे प्री-डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हार्मोन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
3. 35 साल की उम्र से ही महिलाओं को दिल की बीमारी और डायबिटीज होने का खतरा अधिक होता है.
4. मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) एक महिला को तब होता है, जब उन्हे लगातार 12 महीनों में पीरियड्स नहीं होते और वह अब स्वाभाविक रूप से गर्भवती भी नहीं हो सकती है. मेनोपॉज के बाद पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक होता है.
5. पुरुषों की तुलना में डायबिटीज महिलाओं में दिल की बीमारी के जोखिम को अधिक बढ़ाता है. इसका मेन फैक्टर मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल है. जिन महिलाओं को पहले ही दिल का दौर पड़ चुका है, उनमें डायबिटीज में दोबारा हार्ट अटैक का खतरा दोगुना रहता है.
6. जिन महिलाओं में मेटाबॉलिक सिंड्रोम (बड़ी कमर, हाई ब्लड प्रेशर, ग्लूकोज इनटॉलरेंस, कम एचडीएल कोलेस्ट्रॉल और हाई ट्राइग्लिसराइड्स) होता है, उनमें दिल की बीमारी, स्ट्रोक और डायबिटीज विकसित होने की संभावना अधिक होती है.
7. पुरुषों की तुलना में धूम्रपान करने वाली महिलाओं को दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है, दिल की बीमारी, कैंसर, टाइप 2 डायबिटीज और अन्य गंभीर रोग होने का चांस रहता है.
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