प्रशांत कुमार/बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर में स्वंय सहायता समूह की महिलाएं मिलकर भगवान के वस्त्र बना रही हैं और इन्हें बेचकर हजारों रुपए की कमाई कर रही हैं. पहले यह महिलाएं बेरोजगार व असहाय थीं लेकिन अब राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और राष्ट्रीय रुबन मिशन के तहत इन महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया. जिसके बाद इन समूह की महिलाओं को रोजगार मिला है.
इन समूह द्वारा कुछ महिलाएं भगवान के वस्त्र बना रही हैं. कुछ महिलाएं खेल खिलौने एवं टेडी बेयर बना रही है तो वहीं कुछ महिलाएं आगामी त्यौहार को लेकर रंग गुलाल बना रही हैं. इससे इन महिलाओं को हजारों रुपए की कमाई हो रही है. जबकि पहले यह महिलाएं रोजगार न होने के कारण बेहद परेशान थी. लेकिन आज डूडा द्वारा इन्हें प्रशिक्षण दिया गया और शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अब अपना जीवन यापन करने के लिए खुद स्वयं सक्षम बन गई हैं.
इन महिलाओं के सपने हुए साकारराष्ट्रीय शहरी व ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा इन महिलाओं को रोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है. जिससे यह महिलाएं खुद अपना रोजगार पैदा कर सकें. समूह की कुछ महिलाएं भगवान के वस्त्र बना रही हैं. जिसमें भगवान श्री कृष्णा और माता शेरावाली सहित अन्य भगवानों की पोशाक ऑर्डर पर तैयार कर रही है. समूह की महिला अध्यक्ष लक्ष्मी देवी ने बताया कि हम सभी को डूडा द्वारा प्रशिक्षण दिया गया था. पहले हमें रोजगार की तलाश थी लेकिन आज हम अन्य महिलाओं को रोजगार दे रहे हैं. जबकि हजारों रुपए की घर बैठे कमाई होती है.
क्या कहते हैं डूडा के आला अधिकारीडूडा अधिकारी सौरभ कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण व शहरी आजीविका मिशनद्वारा इन महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया था. जिसके बाद यह महिलाएं घरेलू उपयोग के समान को बना रही है. जिससे हजारों रुपए की कमाई हो रही है. पहले यह महिलाएं बेरोजगार थी लेकिन आज उन्हें रोजगार मिल गया है और यह महिलाएं भगवान के वस्त्र बना रहे हैं.
.Tags: Bulandshahar, Local18FIRST PUBLISHED : March 12, 2024, 18:35 IST
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