Woman thought she was always feeling tired because of a breakup, but it was actually melanoma skin cancer | थकान को ब्रेकअप का असर मानकर इग्नोर कर रही थी महिला, लेकिन असल में हो चुकी थी कैंसर की शिकार!

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Woman thought she was always feeling tired because of a breakup, but it was actually melanoma skin cancer | थकान को ब्रेकअप का असर मानकर इग्नोर कर रही थी महिला, लेकिन असल में हो चुकी थी कैंसर की शिकार!



ब्रेकअप के बाद मानसिक और शारीरिक थकान महसूस करना आम बात है, लेकिन अगर यह लगातार बनी रहे, तो इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. ऐसा ही कुछ हुआ एक एयर होस्टेस के साथ, जिसने अपनी लगातार थकान और कमजोरी को ब्रेकअप का असर समझकर इग्नोर कर दिया, लेकिन जब हकीकत सामने आई, तो यह किसी बड़े झटके से कम नहीं था.
दा सन की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के एक्समाउथ की रहने वाली च्लोए ब्रॉड एक एयर होस्टेस के रूप में काम करती थीं. उनके प्रोफेशन की वजह से उन्हें अक्सर लंबी यात्राएं और जेट लैग का सामना करना पड़ता था, जिससे उन्हें अक्सर थकान महसूस होती थी. इसी दौरान उनका ब्रेकअप हुआ और उन्होंने इसे ही अपनी कमजोरी और सुस्ती की वजह मान लिया. लेकिन असल में, उनकी थकान किसी ब्रेकअप का असर नहीं बल्कि कैंसर की शुरुआत थी.
सनबेड के बढ़ते इस्तेमाल ने बढ़ा दी मुसीबत!च्लोए को टैनिंग का बहुत शौक था और इसके लिए वह सनबेड का इस्तेमाल करती थीं. शुरुआत में उन्होंने इसे कभी-कभी इस्तेमाल किया, लेकिन धीरे-धीरे यह उनकी डेली रूटीन का हिस्सा बन गया. लगातार छह महीनों तक हर दिन सनबेड का इस्तेमाल करने के बाद, उन्होंने इसे और भी ज्यादा बढ़ा दिया और इसके साथ टैनिंग क्रीम और नेजल स्प्रे का भी इस्तेमाल करने लगीं.
एक छोटे से तिल ने खोली गंभीर बीमारी की पोल!जब च्लोए को लगातार थकान और कमजोरी महसूस होने लगी, तब उन्होंने इसे जॉब और ब्रेकअप का असर समझकर इग्नोर कर दिया. लेकिन जब उनकी बाजू पर एक तिल असामान्य रूप से बढ़ने लगा, तब उन्होंने डॉक्टर से संपर्क किया. टेस्ट के बाद जो रिपोर्ट सामने आई, उसने उनके होश उड़ा दिए. उन्हें मेलानोमा नामक स्किन कैंसर हो चुका था. यह एक खतरनाक बीमारी है, जो हर साल ब्रिटेन में 2,500 लोगों की जान ले लेती है.
सही समय पर कराया इलाजडॉक्टरों ने बताया कि सही समय पर जांच और इलाज से उनकी जान बच गई. अगर उन्होंने इसे और अनदेखा किया होता, तो यह कैंसर उनके शरीर में फैल सकता था. अब च्लोए कैंसर से मुक्त हैं और लोगों को टैनिंग एडिक्शन और सनबेड के खतरों के बारे में जागरूक कर रही हैं. उनका कहना है कि स्किन कैंसर को हल्के में नहीं लेना चाहिए और किसी भी असामान्य बदलाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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