Seasonal Diseases Risk: मार्च का महीना ऐसा होता है जब ठंड धीरे-धीरे कम होने लगती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि सर्दी पूरी तरह चली गई है. सुबह-शाम अब भी ठंडी हवाएं चलती हैं और मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिलता है. ऐसे में अगर हम लापरवाह हो गए तो बीमार पड़ने का रिस्क बढ़ जाता है. बदलते मौसम में सबसे ज्यादा खतरा सर्दी-खांसी, वायरल बुखार और फ्लू जैसी बीमारियों का होता है। इसलिए ज़रूरी है कि हम खुद को सुरक्षित रखें और लापरवाही से बचें.
1. हल्के कपड़े पहनने में न करें जल्दबाजीकई लोग ठंड कम होते ही हल्के कपड़े पहनना शुरू कर देते हैं, लेकिन सुबह और रात के वक्त अभी भी ठंड बनी रहती है. ऐसे में पूरी तरह गर्म कपड़े छोड़ देना गलत हो सकता है. हल्के लेकिन गर्म कपड़ों को प्रायोरिटी दें और खासतौर पर सुबह-शाम बाहर निकलते समय स्वेटर या जैकेट जरूर पहनें.
2. ठंडी चीजों से बचेंबदलते मौसम में ठंडा पानी, आइसक्रीम या ठंडी ड्रिंक्स पीना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. गले में खराश, सर्दी-जुकाम और वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए गुनगुना पानी पिएं और ज्यादा ठंडी चीजों से बचें.
3. खानपान का रखें खास ख्यालमौसम बदलते ही इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है, इसलिए हेल्दी डाइट लेना बेहद जरूरी है. हरी सब्जियां, ताजे फल, ड्राई फ्रूट्स और गर्म दूध का सेवन करें. हल्दी वाला दूध और अदरक-शहद वाली चाय के जरिए आप सर्दी-जुकाम से बच सकते हैं.
4. ठंडी हवा से बचेंसुबह और रात के वक्त ठंडी हवा अब भी चलती है, जो सेहत पर असर डाल सकती है. अगर आप बाइक से सफर करते हैं, तो गर्म कपड़े पहनें और मास्क या स्कार्फ से खुद को ढकें. घर के छोटे बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें क्योंकि वे मौसम के बदलाव से जल्दी प्रभावित होते हैं.
5. आराम और कसरत करेंठंड के दौरान हमारी फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है, लेकिन अब धीरे-धीरे वर्कआउट और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें. साथ ही, पर्याप्त नींद लें ताकि आपकी इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे और शरीर किसी भी संक्रमण से लड़ने में सक्षम हो.
6. हाथ धोने की आदत बनाए रखेंसर्दी-खांसी और फ्लू जैसी बीमारियां आमतौर पर वायरस के कारण होती हैं. इसलिए नियमित रूप से हाथ धोना और साफ-सफाई का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. पब्लिक प्लेसेज पर मास्क पहनें और अपने आसपास हाइजीन मेंटेन रखें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमें इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.