IPL 2025 Player Retention Rule : आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन से पहले प्लेयर रिटेंशन नियम चर्चा का विषय बना हुआ है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आगामी आईपीएल मेगा ऑक्शन के लिए प्लेयर रिटेंशन के नियमों को लेकर अभी कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया है. लेकिन बोर्ड कथित तौर पर CSK के अनुरोध पर एक पुराना नियम लाने की तैयारी में है जिससे फ्रेंचाइजी को पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी को अपने साथ बनाए रखने में मदद मिल सकती है. अगर यह नियम लागू होता ही धोनी आईपीएल 2025 में अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर खेलते नजर आ सकते हैं.
क्या है पुराना नियम?
यह नियम उन खिलाड़ियों को अनकैप्ड कैटेगरी में रखता है, जो पांच साल से अधिक समय से इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं. यह नियम आईपीएल के ओपनिंग सीजन से लेकर 2021 तक लागू रहा है, फिर इसे खत्म कर दिया गया, क्योंकि इस नियम का इस्तेमाल किसी भी फ्रैंचाइजी ने कभी नहीं किया. हालांकि, एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 31 जुलाई को फ्रैंचाइजी के संबंधित मालिकों और बीसीसीआई के बीच हाल ही में हुई बैठक के दौरान सीएसके ने इस मुद्दे को उठाया और मैनेजमेंट ने बोर्ड से इस नियम को फिर से लागू करने का अनुरोध किया.
तो अनकैप्ड प्लेयर रहेंगे धोनी?
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि सीएसके को अन्य फ्रेंचाइजियों से ज्यादा समर्थन नहीं मिला, लेकिन बीसीसीआई इस नियम को वापस लाने के पक्ष में है. अगर ऐसा होता है तो चेन्नई धोनी को अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर बनाए रख सकता है और कैप्ड खिलाड़ियों के एक कोर ग्रुप को बनाए रखने के अपने इरादे को आगे बढ़ा सकता है.एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया, ‘नियम के वापस आने की काफी संभावना है. पिछले महीने हुई बैठक में इस पर काफी चर्चा हुई थी और खिलाड़ियों के लिए नियम घोषित होने पर इसे वापस लाया जा सकता है.’
IPL 2025 खेलने को लेकर क्या बोले धोनी?
धोनी ने अपने आईपीएल 2025 में खेलने को लेकर कहा था, ‘इसके लिए (IPL 2025) अभी बहुत समय है. हमें देखना होगा कि वे खिलाड़ियों को बनाए रखने आदि पर क्या निर्णय लेते हैं. अभी गेंद हमारे पाले में नहीं है. इसलिए, एक बार नियम और कानून औपचारिक हो जाए फिर मैं फैसला लूंगा, लेकिन यह टीम के सर्वोत्तम हित में होना चाहिए.’ बता दें कि धोनी को 2022 में 12 करोड़ रुपये में रिटेन किया गया था. उन्होंने 2024 आईपीएल सीजन की शुरुआत से पहले सीएसके की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था और यह जिम्मेदारी ऋतुराज गायकवाड़ को सौंप दी थी.