कानपुर. उत्तर प्रदेश के बहराइच और आस-पास के जिले में जिस प्रकार से भेड़िए के आतंक ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है. वहीं कानपुर महानगर में भी बीते कुछ दिनों में जंगली जानवर द्वारा कुछ ग्रामीणों पर हमले का मामला भी सामने आया है.
इसके बाद लगातार प्रदेश में जंगली जानवरों को लेकर भय का माहौल बना हुआ है. चलिए, इस खबर से माध्यम से आपको बताते हैं कि कैसे जंगली जानवर बचाव कर सकते हैं और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
ऐसे करें जंगली जानवरों से बचाव
कानपुर प्राणी उद्यान के उपनिदेशक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराग सिंह ने लोकल 18 को बताया कि भेड़िया या जंगली जानवर जिस प्रकार से ह्यूमन टेरिटरी में घूसकर आतंक मचाने लगते हैं, यह कहीं ना कहीं लोगों के लिए खतरा पैदा कर रहा है. ऐसे में लोगों को कुछ बातों का ध्यान में रखनी चाहिए, जिससे जंगली जानवरों के हमले से बच सकते हैं. उन्होंने बताया कि अगर खेतों की तरफ जाएं तो झुंड में जाए और हाथ में डंडा लेकर जरूर जाएं. साथ ही उन्होंने सूर्यास्त के बाद और सूर्योदय से पहले खेतों में ना जाने की सलाह दी. वहीं जंगली जानवरों की सूचना वन विभाग को फौरन दें ताकि जल्द से जल्द वन विभाग की टीम जानवरों को पकड़ सके.
चार लोगों को जंगली जानवर ने कर दिया था घायल
आपको बता दें जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़िए ने दर्जनों लोगों को घायल किया था. वहीं कानपुर महानगर में भी बीते दिनों नरवल तहसील के ग्रामीण इलाके में जंगली जानवरों का कहर देखने को मिला था. जंगली जानवर ने एक बच्चे और तीन लोगों पर हमला किया था. वहीं जानवर कौन सा था इसका पता नहीं लग पाया था. कोई इसको सियार तो कोई लकड़बग्घा और भेड़िया बता रहा था. हालांकि वन विभाग की टीम को अभी तक जंगली जानवर का पता नहीं चल पाया है. वही ग्रामीणों में जंगली जानवर को लेकर अभी भी दहशत का माहौल है और वह सूर्यास्त के बाद खेतों की ओर नहीं निकल रहे हैं.
Tags: Kanpur news, Local18, UP news, Wild animalsFIRST PUBLISHED : September 20, 2024, 15:09 IST