Why You Should Chew Paan Leaf Daily After Every Meal Food | खाने के बाद पान का पत्ता क्यों चबाना चाहिए? जानिए सेहत पर कैसा होता है असर

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Why You Should Chew Paan Leaf Daily After Every Meal Food | खाने के बाद पान का पत्ता क्यों चबाना चाहिए? जानिए सेहत पर कैसा होता है असर



Paan Leaf: भारतीय संस्कृति में पान की खास अहमियत है. इसे पारंपरिक रूप से धार्मिक अनुष्ठानों, शुभ अवसरों और खासतौर पर भोजन के बाद सेवन किया जाता है. पान का पत्ता न सिर्फ स्वाद को ताजा करता है, बल्कि इसके दूसरे फायदे भी होते हैं. आयुर्वेद के मुताबिक, पान का पत्ता पाचन को बेहतर बनाता है, मुंह की सफाई करता है और कई बीमारियों से बचाव में मददगार होता है. आइए जानते हैं कि खाने के बाद पान का पत्ता चबाने से सेहत को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं.
1. डाइजेशन में सुधारपान के पत्ते में कार्मिनेटिव प्रॉपर्टीज होती हैं, जो डाइजेशन को बेतहर करती हैं. ये गैस, अपच और एसिडिटी जैसी परेशानियों को दूर करता है. भोजन के बाद पान चबाने से लार का उत्पादन बढ़ता है, जिससे पाचन प्रक्रिया तेज होती है और भोजन अच्छे से पचता है.
2. मुंह की बदबू भगाएखाने के बाद कई बार मुंह में बदबू आ जाती है, जिससे असहज महसूस होता है। पान का पत्ता प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर की तरह काम करता है और मुंह की दुर्गंध को दूर करता है. इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण मुंह में बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं, जिससे सांसों में ताजगी बनी रहती है.
3. दांत और मसूड़ों के लिए फायदेमंदपान के पत्ते में एंटीसेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो दांतों और मसूड़ों को इंफेक्शन से बचाते हैं. ये दांतों में कैविटी और प्लाक बनने से रोकता है. अगर आप मीठे पान की बजाय सादा पान चबाते हैं, तो ये आपके दांतों के लिए अधिक फायदेमंद हो सकता है.
4. वेट लॉसपान का पत्ता मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है. ये शरीर में जमे हुए टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है और फैट बर्निंग प्रॉसेस को तेज करता है.
5. सर्दी-खांसी में फायदेमंदपान के पत्ते में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो सर्दी, खांसी और गले में खराश से राहत दिलाते हैं. गर्म पानी में पान का पत्ता उबालकर पीने से गले की खराश और कफ में आराम मिलता है.
कैसे करें सेवन?खाने के बाद सादा पान चबाना सबसे अच्छा होता है. इसमें सुपारी, तंबाकू या एक्सट्रा स्वीटनर का इस्तेमाल न करें. इसे धीरे-धीरे चबाएं ताकि इसके न्यूट्रिएंट्स सही तरीके से एब्जॉर्ब हो सकें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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