Why Women Feel More Cold Than Men: जो टेम्प्रेचर हम में से कुछ लोगों के लिए आरामदायक होता है, वही दूसरों के लिए बहुत ठंडा हो सकता है. लोगों की हीट का पर्सेप्शन अलग-अलग होता है, और उनका जेंडर एक अहम रोल अदा करता है. घरों और दफ्चरों में थर्मोस्टेट को लेकर होने वाले कई झगड़ों से ये साबित होता है कि महिलाओं को मर्दों की तुलना में जल्दी ठंड लगती है.
मसल मास है बड़ी वजहगोएथे यूनिवर्सिटी ऑफ फ्रैंकफर्ट (Goethe University of Frankfurt) में फिजियोलॉजी के प्रोफेसर और जर्मन फिजियोलॉजिकल सोसाइटी (German Physiological Society) के बोर्ड मेंबर डॉ. राल्फ ब्रांडेस (Dr. Ralf Brandes) कहते हैं, “उनके पास आमतौर पर कम मसल मास होता है और इसलिए मेटाबोलिक रेट कम होता है, और वो कम गर्मी पैदा करते हैं.”
मेटाबॉलिक रेट में इजाफाज्यादा मसल मास होने से आराम करते वक्त भी आपका मेटाबॉलिक रेट बढ़ जाती है, जिसका मतलब है कि आप अपने शरीर को ईंधन देने के लिए भोजन को तेजी से जलाते हैं, एक प्रॉसेस जो आपके शरीर को गर्म करती है, और स्केलेटल के कॉन्ट्रैक्शन, चाहे मर्जी से या कंपकंपी के जरिए बिना मर्जीके, हीट प्रोडक्शन का एक प्राइमरी सोर्स हैं.
जर्मनी (Germany) के रोस्टॉक यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर (Rostock University Medical Centre) में ऑस्कर लैंगेंडॉर्फ इंस्टीट्यूट फर फिजियोलॉजी (Oscar Langendorff Institut für Physiologie) के डायरेक्टर डॉ. रुडिगर कोहलिंग (Dr Rüdiger Köhling) कहते हैं कि मर्दों में आमतौर पर ज्यादा मसल मास होने का कारण शायद इवॉल्यूशनरी हिस्ट्री में छिपा है, जबकि प्रिहिस्टॉरिक मर्द शिकार करते थे – घूमते थे और गर्मी पैदा करते थे. महिलाएं और बच्चे अक्सर अपने घरों में ही रहते थे.
महिला की स्किन जल्दी ठंडी होती हैडॉ. राल्फ ब्रांडेस ने कहा, “हालांकि, महिलाएं गर्मी को सेंट्रलाइज करने में बेहतर होती हैं,” वो ठंड के जवाब में गर्मी ले जाने वाले ज्यादा खून को अपने बॉडी के कोर में निर्देशित करती हैं. “इस बीच, हाथों, पैरों, नाक और होंठ जैसे अंगों में ब्लड सर्कुलेशन प्रतिबंधित हो जाता है.”
ये महिलाओं के अहम अंगों, जिनमें रिप्रोडक्टिव ऑर्गन भी शामिल हैं, को प्रायोरिटी देता है. “लेकिन इसका मतलब ये भी है कि महिलाओं की त्वचा ज्यादा तेज़ी से ठंडी हो जाती है,” कोहलिंग बताते हैं, जिसे उदाहरण के लिए नीले होंठ और पीला, सफेद हाथों में देखा जा सकता है.
बुजुर्गों को क्यों लगती है ज्याद ठंड?ब्रांडेस बताते हैं कि ऐसा कहा जाता है कि बूढ़े लोगों को भी जल्दी ठंड लगती है, भले ही स्टडी बताती हैं कि उनसे कम उम्र के लोगों को ठंड का एहसास अधिक होता है क्योंकि उनकी स्किन में नर्व सेल्स बेहतर काम करती हैं.
हालांकि, बूढ़े लोग कम एक्सरसाइज करते हैं, मसल मास खो देते हैं और उनका मेटाबॉलिक रिट कम होता है. इसलिए उनके शरीर कम गर्मी पैदा करते हैं और उन्हें यंग एज की तुलना में जल्दी ठंड लगती है. ब्रांडेस कहते हैं कि अफसोस की बात है, “घटता हुआ मेटाबॉलिक रेट बुढ़ापे का एक हिस्सा है.” ऐसे में इसका उपाय सर्दियों में थर्मोस्टेट को बढ़ाना और बाहर जाने से पहले बेहतर ढंग से गर्म कपड़े पहनना.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.