Why Sitanshu Kotak became batting coach of the Indian team Know 3 big reasons | Shitanshu Kotak: सितांशु कोटक ही क्यों बने भारतीय टीम के बैटिंग कोच? जानिए 3 बड़े कारण

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Why Sitanshu Kotak became batting coach of the Indian team Know 3 big reasons | Shitanshu Kotak: सितांशु कोटक ही क्यों बने भारतीय टीम के बैटिंग कोच? जानिए 3 बड़े कारण



Who is Sitanshu Kotak: भारतीय क्रिकेट टीम के सपोर्ट स्टाफ में एक दिग्गज की एंट्री होने वाली है. दरअसल, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने वर्तमान में इंडिया ए के हेड कोच सितांशु कोटक को बल्लेबाजी कोच के रूप में भारत की नेशनल टीम से जोड़ने का फैसला किया है. कोटक इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में हेड कोच गौतम गंभीर के साथ जुड़ेंगे. 22 जनवरी से इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर रहेगी, जहां पांच टी20 और तीन वनडे मैच खेले जाएंगे. आइए जानते हैं कौन हैं सितांशु कोटक और उन्हें ही क्यों बल्लेबाजी कोच के रूप में चुना गया.
गंभीर ने की थी मांग
ऐसा माना जा रहा है कि गंभीर ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद बीसीसीआई की समीक्षा बैठक के दौरान बैटिंग कोच की मांग की थी. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने इस अनुरोध पर सहमति जताई है. TOI के मुताबिक बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘कोच गंभीर ने समीक्षा बैठक के दौरान बैटिंग कोच की मांग की थी. तब से इस पर चर्चा चल रही थी और अब कोटक को सपोर्ट स्टाफ में शामिल किया जाएगा.’ बैठक में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भी शामिल थे.
कौन हैं सितांशु कोटक?
सितांशु कोटक भारत के अनुभवी फर्स्ट क्लास क्रिकेटर्स में शुमार हैं. उन्हें 130 फर्स्ट क्लास मैचों का अनुभव है. सौराष्ट्र के लिए वह घरेलू क्रिकेट में लगभग दो दशक तक खेले. 1992/93 सत्र में अपनी शुरुआत की और अक्टूबर 2013 में अपना आखिरी मैच खेला. कोटक ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में 41.76 की औसत से 15 शतकों और 55 अर्धशतकों के साथ 8061 रन बनाए. उन्होंने 89 लिस्ट ए मैच भी खेले और 42.23 की औसत से तीन शतकों और 26 अर्धशतकों के साथ 3083 रन बनाए. हालांकि, वह कभी भारत के लिए नहीं खेले.
कोचिंग का अच्छा अनुभव
कोटक अपनी मजबूत तकनीक और कुछ बेहतरीन पारियां खेलने की आदत के लिए जाने जाते थे. उन्हें भारतीय टीम को संभालने का पहले से अनुभव है. वे कई बार NCA हेड वीवीएस लक्ष्मण के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा रहे हैं. 2019 में राहुल द्रविड़ के NCA में क्रिकेट के हेड के रूप में मुख्य कोच के रूप में प्रमोट होने के बाद से कोटक भारत ए और अंडर-19 टीम के टॉप कोचों में से एक रहे हैं.
रिटायरमेंट के बाद इस पूर्व अनुभवी क्रिकेटर ने कोचिंग में प्रवेश किया और सौराष्ट्र को कोचिंग देने के बाद बेंगलुरु में एनसीए में बैटिंग कोच बन गए. पिछले चार साल से उन्हें बीसीसीआई द्वारा नियमित रूप से इंडिया-ए के हेड कोच के रूप में नियुक्त किया गया है. उन्हें हेड कोच रहते भारतीय टीम ने बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के दौरा किया है. वह आईपीएल 2017 में शामिल गुजरात लायंस (अब यह टीम नहीं है) के सहायक कोच भी रहे.
न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर 3-0 से करारी हार और ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 3-1 से हार के बाद टीम के सहयोगी स्टाफ की भूमिका काफी सवालों के घेरे में आ गई है. खासकर विराट कोहली, कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी अपनी खराब फॉर्म से उबरने में नाकाम रहे हैं. अब सितांशु कोटक अपने अनुभव से इन स्टार्स को खराब फॉर्म से उबरने में मदद करेंगे.



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