Eat When You Are Hungry: घर में आराम से टीवी देखते वक्त या फिर दोस्तों के साथ बाहर चिल करते हुए अपना पसंदीदा फूड खाना भला किसे पसंद नहीं आता, लेकिन हमें खासकर उस वक्त भोजन करना चाहिए जब हमें भूख की शिद्दत महसूस हो. न्यूट्रीशनिस्ट अंजली मुखर्जी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए बताया है कि कैसे “ओवरईटिंग नेशनल टाइमपास बन चुका है.”
‘दिनभर खाते रहना बुरा’
वीडियो की शुरुआत में अंजली मुखर्जी कह रही हैं, ”दिनभर ऱाते रहना आज और काफी वक्त से आम बात बन चुकी है, हमारे आसपास काफी फूड्स उपलब्ध रहते हैं इसलिए ऐसा होना लाजमी है, लेकिन इसका उलटा करने की अहमियत है.”
उन्होंने आगे कहा, “आजकल लोग तब भी भोजन करते हैं जब उन्हें भूख नहीं लगी होती है. वो अपनी आदत के मुकाबिक खाते हैं. वो तब भी खाते हैं जब तनाव महसूस कर रहे होते हैं. वो इसलिए भी खाते हैं क्योंकि उन्हें खास तरह की क्रेविंग होती है, जब उनके सामने फूड सर्व किया जाता है. मसलन जब वो प्लेन में हों, लेकिन उन्हें भूख न लगी हो.”
‘बिना भूख के खाना न खाएं’
न्यूट्रीशनिस्ट ने अपनी पोस्ट में लिखा, “आपके शरीर को सबसे बेहतर जानकारी होती है कि भूख कब लगी है, इसलिए तभी खाएं जब भूख का अहसास हो (इसका मतलब है कि भूख न लगे तो भोजन न करें. अपनी कैपेसिटी का 3 चौथाई भोजन ही खाएं, पूरी क्षमता में न खाएं (इसका मतलब है कि एक चौथाई भूखा रहें जिससे डाइजेशन, मेंटल फंक्शन और एनर्जी बेहतर बनी रहे.” अंजली बताती हैं कि लोगों को अपनी शरीर पर छोड़ देना चाहिए कि कब भूख लगने का सिग्नल मिलता है. सच ये है कि खाने का लुकमा लेने से पहले हर किसी को पता होना चाहिए कि भूख कब लगती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.