क्या आपने कभी गौर किया है कि कई बार दिनभर आप बिल्कुल ठीक रहते हैं, लेकिन शाम होते ही आपको बुखार आ जाता है? यह एक आम समस्या है जिसका सामना कई लोग करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं? आज हम आपको बताएंगे कि शाम को बुखार आने के क्या कारण हो सकते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.
दिल्ली स्थित सीके बिरला अस्पताल के डॉ. तुषार तायल बताते हैं कि हमारे शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक (सर्कैडियन रिदम) के कारण तापमान में बदलाव होता है. दिनभर के मुकाबले शाम को शरीर का तापमान थोड़ा अधिक हो सकता है, जो कई बार बुखार जैसा महसूस होता है. खासतौर पर महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन के कारण (जैसे पीरियड्स या मेनोपॉज के दौरान) शाम के समय शरीर का तापमान बढ़ सकता है.
बीमारियों का संकेत भी हो सकता है यह बुखारअगर आपका बुखार लगातार शाम को ही बढ़ता है, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. डॉ. तुषार बताते हैं कि टीबी (ट्यूबरकुलोसिस), टाइफाइड और कैंसर जैसी बीमारियों में मरीज का तापमान अक्सर शाम के समय बढ़ जाता है. इसके अलावा, शरीर में किसी प्रकार का संक्रमण भी इस समस्या की वजह बन सकता है. अगर यह समस्या कई दिनों तक बनी रहे, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए.
थकान और पानी की कमी भी हो सकती है वजहकई बार ज्यादा काम करने और शरीर में पानी की कमी की वजह से भी शाम को बुखार महसूस हो सकता है. अगर दिनभर आपकी शारीरिक गतिविधियां ज्यादा रही हैं और आपने पर्याप्त पानी नहीं पिया है, तो शरीर का तापमान शाम के समय बढ़ सकता है.
क्या करें इस समस्या से बचाव के लिए?अगर यह बुखार किसी गंभीर बीमारी से जुड़ा नहीं है, तो आप कुछ उपाय अपनाकर इस समस्या को कम कर सकते हैं:* दिनभर में कम से कम 2.5 से 3 लीटर पानी जरूर पिएं.* दोपहर में थोड़ा आराम करने से शरीर की थकान कम होगी.* यह शरीर की एनर्जी को बैलेंस रखता है और बुखार से राहत दिला सकता है.* सही पोषण से इम्यून सिस्टम मजबूत रहेगा और बार-बार बुखार आने की संभावना कम होगी.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.