Dizziness Meaning: जब आप बिस्तर से या सोफे से तेजी से उठते हैं तो कभी कभी ऐसा लगता है कि पूरी शरीर हिल गई हो. कभी कभी आप जब बैलेंस नहीं बना पाते हैं तो लड़खड़ा कर गिर भी जाते हैं. कभी कभी आंखों के सामने अंधेरा भी छा जाता है.अब ऐसा क्यों होता है. क्या यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत है या सामान्य रूप से ऐसा होता है. इस सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे
ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन जिम्मेदारजब आप इस तरह की स्थिति का सामना करते हैं तो इसके लिए आप का पोस्चर या ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन जिम्मेदार होता है, इसमें आपके पोस्चर में तेजी से बदलाव होता है, इससे आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. लेकिन यदि यह कभी कभी हो तो डरने की बात नहीं. हालांकि बार बार इस तरह की स्थिति से दो चार हो रहे हों तो सतर्क रहने की आवश्यकता है. यह क्रानिक बीमारी का लक्षण हो सकता है.बेथ इजराइल डिकोनेस मेडिकल सेंटर के प्रोफेसर स्टीफेम जुरासेक बताते हैं कि जब आप बिस्तर से या सोफे से उठते हैं तो आंखों के सामने अंधेरा, सिर में हल्का दर्द, मतली जैसे लक्षण सामने आते हैं. कभी कभी आप के रक्त चाप में भी कमी आ जाती है.
रक्त चाप में आती है कमी
प्रोफेसर स्टीफेन जुरासेकदरअसल दिमाग को कुछ समय के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन और खून की आपूर्ति बंद हो जाती है, उसका असर रेटिना पर भी पड़ता है. इसी तरह जब आप एकाएक खड़े होते हैं तो रक्तचाप में अंतर आ जाता है उसकी वजह से नर्वस सिस्टम पर भी असर आने की वजह से है जो अनैच्छिक क्रियाएं होती है उन पर असर होता है. जब आप खड़े होते हैं तो करीब 300 से 800 सीसी ब्लड को पांव अपनी तरफ खींच लेते हैं और उसकी वजह से रक्त चाप में कमी आ जाती है. इसकी वजह से मष्तिष्क सही तरीके से शरीर के दूसरे अंगों को संदेश नहीं भेज पाता है और उसका असर चक्कर, घबराहट में नजर आने लगता है.