Afghanistan vs New Zealand Test: अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेला जा रहा एकमात्र टेस्ट मैच बारिश के कारण लगातार तीसरे दिन भी शुरू नहीं हो पाया. अब तक टॉस भी नहीं हो पाया है. तीसरे दिन सुबह में जमकर बारिश हुई. इस कारण मैच शुरू नहीं हो पाया. लचर व्यवस्था और लापरवाही ने इस स्टेडियम की नाक एक बार फिर से कटवाई है. इससे पहले दूसरे दिन भी बारिश नहीं हुई थी, लेकिन मैदान की स्थिति सुधार नहीं होने के कारण खेल शुरू नहीं हो सका.
क्यों शुरू नहीं हो पाया मैच?
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने स्वीकार किया कि स्थिति गंभीर है और वे मैच शुरू करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन बारिश उनकी कोशिशों पर पानी फेर रही है. एसीबी के इंटरनेशनल क्रिकेट डायरेक्टर मेनहाजुद्दीन रज ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, ”अगर इस तरह से बारिश होती रही तो कोई भी मैदान खेल को होस्ट करने में सक्षम नहीं होगा.” हालांकि, दिन के समय बारिश नहीं हुई है, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि मैच क्यों शुरू नहीं हो पाया है. जानकारी के मुताबिक, आउटफील्ड रेत आधारित नहीं है, जो नमी सोखने और तेजी से सूखने में बेहतर होता.
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खराब व्यवस्था पर उठे सवाल
हाल के दिनों में लगातार बारिश से ड्रेनेज सिस्टम भी काफी दबाव में है. बारिश ने दिल्ली और आसपास के जगहों को काफी प्रभावित किया है. यह स्टेडियम दिल्ली से कुछ दूर स्थित है. मैदान के केवल एक छोटे से हिस्से को इस खराब मौसम से बचाया जा सका, जिसमें ट्रेनिंग पिच और 30-यार्ड सर्कल शामिल है. यह समझा जाता है कि आउटफील्ड पर और यहां तक कि मिडविकेट, मिड-ऑफ और कवर के आसपास कई जगहें फिसलन वाली हैं. मैदान पर मौजूद एक अधिकारी ने कहा कि ऊपरी परत पैरों के नीचे खिसकने लगी थी, जिससे यह जोखिम भरा हो गया.
Day 1 – Called off without a single ball.
Day 2 – Called off without a single ball.
Day 3 – Called off without a single ball.
Sad news for Cricket fans in Afghanistan vs New Zealand Test match. pic.twitter.com/Cs8rNDVBeV
— Johns. (@CricCrazyJohns) September 11, 2024
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बीसीसीआई कर रहा मदद
मेजबान होने के नाते एसीबी पर यह जिम्मेदारी है कि वह सुनिश्चित करे कि मैदान मैच के लिए सही है. एक बयान में एसीबी ने कहा कि बीसीसीआई मैच शुरू करने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाने के लिए अतिरिक्त मशीनरी देने में सहायता कर रहा है. यह समझा जाता है कि बीसीसीआई के कहने पर दिल्ली के फिरोज शाह कोटला में क्यूरेटर अंकिता दत्ता मंगलवार को ग्रेटर नोएडा गए थे. मैदान को सुखाने में मदद करने के लिए एक सुपर सोपर भी मैदान पर भेजा गया था. समझा जाता है कि दत्ता ने मैदान के अधिकारियों के साथ-साथ एसीबी को भी बताया कि उन्होंने कोई तत्काल उपाय नहीं देखा.
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भारत यहां कभी नहीं खेला
मेनहाजुद्दीन रज ने कहा कि बीसीसीआई ने अफगानिस्तान को बैंगलोर और कानपुर के अन्य स्थल विकल्प दिए थे, लेकिन उन्होंने ग्रेटर नोएडा चुना. इस मैदान ने 2020 में पिछली बार इंटरनेशनल क्रिकेट की मेजबानी की थी. भारत ने इसे अपने किसी भी मैच के लिए कभी इस्तेमाल नहीं किया है. अफगानिस्तान ने 2017 में यहां आयरलैंड की मेजबानी की थी. ग्रेटर नोएडा स्टेडियम स्थानीय प्रशासन के नियंत्रण में है. यह बीसीसीआई या उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के तहत नहीं आता है.
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