who is aniket verma destructive batting with 350+ strike rate against lsg srh buy him in 30 lakhs | Aniket Verma:5 छक्के… 250+ का स्ट्राइक रेट, कौन है 23 साल का ये लड़का जिसने गेंदबाजों में खौफ भर दिया, 32 गेंदों में ठोक चुका शतक

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who is aniket verma destructive batting with 350+ strike rate against lsg srh buy him in 30 lakhs | Aniket Verma:5 छक्के... 250+ का स्ट्राइक रेट, कौन है 23 साल का ये लड़का जिसने गेंदबाजों में खौफ भर दिया, 32 गेंदों में ठोक चुका शतक



Who is Aniket Verma: आईपीएल 2025 का 7वां मुकाबला लखनऊ सुपर जायंट्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला गया. इस मैच में 23 साल के एक युवा बल्लेबाज ने अपनी तूफानी बैटिंग से हर किसी को हैरान कर दिया. बड़ी बात यह थी कि 250 से भी ऊपर के स्ट्राइक रेट से इस बल्लेबाज ने रन बनाए और 5 गगनचुंबी छक्के भी लगाए. उनकी इस बैटिंग के दम पर ही सनराइजर्स की टीम 191 रन के टोटल तक पहुंचने में कामयाब रही. दरअसल, जिसकी बात हम कर रहे हैं वह अनिकेत वर्मा हैं. आइए इनके बारे में जानते हैं…
गेंदबाजों में भर दिया खौफ
सनराइजर्स हैदराबाद के लिए अभिषेक शर्मा, ईशान किशन, नीतीश रेड्डी और हेनरिक क्लासेन जैसे खतरनाक बल्लेबाज इस मैच में बड़ी पारी नहीं खेल सके. टीम अच्छे टोटल तक पहुंचने के लिए रनों की जरूरत थी. छठे नंबर पर बैटिंग करने आए अनिकेत वर्मा ने अपनी दूसरी ही गेंद पर छक्का जड़ दिया. इसके बाद तो उन्होंने छक्कों में ही डील किया और सिर्फ 13 गेंदों में 5 छक्कों के साथ 36 रन ठोके. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 276.92 का रहा. उनकी इस पारी से ही टीम को 191 के टोटल तक पहुंचाने में कामयाब रही.
— IndianPremierLeague (@IPL) March 27, 2025
32 गेंदों में ठोक चुके हैं शतक
बताते चलें कि अनिकेत 32 गेंदों में सेंचुरी ठोकने का कमाल कर चुके हैं. उन्होंने एमपी प्रीमियर लीग के पिछले सीजन में यह कारनामा किया था, जिसके बाद वह सुर्खियों में आए. इसके बाद मेगा ऑक्शन में उनकी किस्मत चमकी, जब सनराइजर्स हैदराबाद फ्रेंचाइजी ने उन्हें 30 लाख रुपये में अपने साथ जोड़ा. सीजन की शुरुआत से पहले उन्होंने प्रैक्टिस मैच में अपनी विस्फोटक बैटिंग की झलक दिखाई थी. उनका यह पहला ही आईपीएल सीजन है.
कौन हैं अनिकेत वर्मा?
अनिकेत वर्मा है मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के रहने वाले हैं. आईपीएल जैसे मंच तक पहुंचाने में उनके चाचा का सबसे बड़ा योगदान रहा. अनिकेत का शुरुआती जीवन संघर्षों से भरा रहा है. जब वह सिर्फ तीन साल के थे तो उनकी मां का निधन हो गया था. इसके बाद उनके पिता ने दूसरी शादी कर ली. अनिकेत के चाचा ने उनका पालन पोषण किया और क्रिकेटर बनाया. 10 साल की उम्र में पहली बार अनिकेत क्रिकेट अकेडमी गए थे और इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.



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