High Melatonin Dose Side Effects: अगर आप सुकून भरी नींद नहीं ले पा रहे हैं, या नींद ही कम आ रही है, तो बेहद मुमकिन है कि आप एक आरामदायक रात के लिए मेलाटोनिन लेते हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक मशहूर एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ. राशि अग्रवाल (Dr. Rashi Agrawal) ने बताया कि मेलाटोनिन एक हार्मोन है जो पीनियल ग्लैंड (Pineal Gland) द्वारा शरीर में सिंथेसाइज होता है, और इसका मेन फंक्शन नींद और जागने के साइकिल को कंट्रोल करना है.
मेलाटोनिन के ज्यादा सेवन के नुकसानहालांकि मेलाटोनिन नियमित रूप से नींद लेने में मदद करता है, लेकिन इसे सावधानी से कंज्यूम किया जाना चाहिए क्योंकि हद से ज्यादा सेवन से नेगेटिव रिजल्ट्स सामने आ सकते हैं. इसलिए यूजेज से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर ली जानी चाहिए.
1. हद से ज्यादा झपकी: अपर्याप्त मानसिक उत्तेजना के कारण सुस्ती की संभावना होती है.
2. सिरदर्द और हल्का चक्कर आना: दोनों लक्षण अत्यधिक सेवन के संभावित साइड इफेक्ट्स के दायरे में आते हैं.
3. बिहेवियर में चेंजेज: चिंता, उत्तेजना या डिस्ट्रेस इफेक्ट के बढ़े हुए लेवल, ये सभी ज्यादा मेलाटोनिन खुराक लेने के नेगेटिव इफेक्ट्स हो सकते हैं.
4. पेट की समस्याएं: पेट दर्द या मतली का खतरा बढ़ सकता है.
5. स्लीप पैटर्न में बदलाव: विडंबना ये है कि लंबे समय तक सोने की कोशिश करते समय मेलाटोनिन की हाई डोज बिल्कुल भी असरदार साबित नहीं होगी.
मेलाटोनिन कितना रेकोमेंड किया जाता है?
डॉ. राशि अग्रवाल ने बताया कि मेडिकल प्रैक्टिशनर किसी इंसान की उम्र, इंटेंडेड यूजेज और सेंसिटिविटी की मदद से रेकोमेंडेड डाइट डिसाइड करते हैं. उन्होंने कहा, “मैक्सिम एफिशिएंसी के लिए, शख्स की स्थिति के आधार पर सोने से 30 से 60 मिनट पहले 1-3 मिलीग्राम का सेवन किया जाना चाहिए. कुछ मेडिकल कंडीशन में 5-10 मिलीग्राम की खपत की जरूरत हो सकती है, लेकिन फिर भी हद से ज्यादा लंबे समय तक खपत के खिलाफ सलाह दी जाती है.”
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमें इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.