Quit Sugar For A Month: जो लोग मीठे के दीवाने उनके लिए चीनी किसी ऑक्सीजन से कम नहीं है, आजकल ये डाइट का अहम हिस्सा बन गई, लेकिन सेहत के लिहाज से ये बेहद नुकसानदेह है. अगर आप हद से ज्यादा व्हाइट रिफाइंड शुगर खाएंगे तो मोटापा, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिजीज जैसे परेशानियां पेश आ सकती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर एक महीने तक चीनी या इससे तैयार की गई चीजें नहीं खाएंगे, तो बॉडी में कौन से 5 बड़े चेंजेज आ सकते हैं,
एक महीने तक चीनी छोड़ेंगे तो क्या होगा?
1. वेट कंट्रोल और बॉडी फैट में कमीचीनी में काफी कैलोरी होती है, जो बिना पोषण दिए वजन बढ़ाती है. एक महीने तक चीनी न खाने से आपका डेली कैलोरी इनटेक कम होगा, जिससे वजन कंट्रोल होगा. खासकर पेट और कमर के आसपास जमा चर्बी कम होने लगेगी. चीनी की जगह फल जैसे नेचुरल शुगर वाले फूड आइटम्स खाने से आपकी क्रेविंग कंट्रोल में रहेगी.
2. ब्लड शुगर कंट्रोलचीनी का सेवन ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है, जिससे इंसुलिन का लेवल बिगड़ सकता है. चीनी छोड़ने से ब्लड शुगर स्टेबल रहता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार होता है. ये डायबिटीज के मरीजों के लिए तो फायदेमंद है ही, साथ ही हेल्दी लोगों में भी टाइप-2 डायबिटीज का रिस्क कम करता है.
3. त्वचा में निखार और यंग लुकज्यादा चीनी खाने से चेहरे पर मुंहासे, सूजन और वक्त से पहले झुर्रियां पड़ने की समस्या हो सकती है. चीनी कोलेजन को नुकसान पहुंचाती है, जो त्वचा की लचीलापन बनाए रखता है. एक महीने तक चीनी न खाने से चेहरा साफ, चमकदार और सेहतमंद दिखने लगता है. सूजन कम होने से फेस तरोताजा और जवां नजर आता है.
4. एनर्जी और कंसंट्रेशन में इजाफाचीनी खाने से इंस्टेंट एनर्जी मिलती है, लेकिन ये जल्दी खत्म होकर थकान और सुस्ती लाती है. चीनी छोड़ने से शरीर ऊर्जा के लिए हेल्दी सोर्सेज पर निर्भर करता है, जिससे दिनभर चुस्ती बनी रहती है. साथ ही, दिमाग की एकाग्रता और प्रोडक्टिविटी बढ़ती है, क्योंकि चीनी की वजह से होने वाले मूड स्विंग्स कम हो जाते हैं.
5. मेंटल कंडीशन और नींद में सुधारचीनी का ज्यादा सेवन स्ट्रेस, चिंता और मूड में उतार-चढ़ाव का कारण बन सकता है. इसे छोड़ने से ब्रेन में सेरोटोनिन जैसे हार्मोन का बैलेंस बेहतर होता है, जिससे मेंटल पीस मिलता है. साथ ही, रात की नींद की क्वालिटी सुधरती है, क्योंकि चीनी के कारण होने वाली बेचैनी और नींद न आने की परेशानी कम होती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.