what is stomach TB know its symptoms and prevention | फेफड़ों की टीबी से भी खतरनाक होती है पेट में TB, जानें कैसे पहचाने इस दुश्मन के आने की आहट

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what is stomach TB know its symptoms and prevention | फेफड़ों की टीबी से भी खतरनाक होती है पेट में TB, जानें कैसे पहचाने इस दुश्मन के आने की आहट



What is Stomach TB: पेट की टीबी, आंतों में होने वाला एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है. इसे मेडिकल भाषा में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्यूबरक्लोसिस या Abdominal Tuberculosis (TB) कहते हैं. यह छोटी आंत, बड़ी आंत, अपेंडिक्स, कोलन, रेक्टम वगैरह में हो सकती है. यह माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस बैक्टीरिया के कारण होती है, जो अक्सर फेफड़ों को अफेक्ट करने वाले बैक्टीरिया से फैलता है. यह सीधे इंफेक्शन, थूक निगलने या दूषित दूध पीने से हो सकता है. इस खबर में हम आपको इस बीमारी के बारे में डीटेल में बताएंगे, साथ ही इसके लक्षण और बचाव भी बताएंगे.
 
फेफड़ों की टीबी से ज्यादा खतरनाक है पेट की टीबीटीबी का नाम सुनते ही हमें फेफड़ों की टीबी (Pulmonary TB) ही याद आती है. लेकिन क्या आपको पता है कि पेट में भी टीबी (Abdominal TB) होती है, जो कि फेफड़ों की टीबी से भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है. ऐसा इसलिए, क्योंकि यह जल्दी पता नहीं चलती है और कॉम्प्लिकेशन्स पैदा कर सकती है. साथ ही पेट की टीबी की पहचान करना भी मुश्किल हो सकता है, क्योंकि इसके लक्षण फेफड़ों की टीबी के लक्षणों से अलग होते हैं. वहीं पेट की टीबी के लक्षणों, दूसरे पेट की टीबी के कारण इसे पेट की समस्या समझ ली जाती है. इससे पहचान लेट होती है और कॉम्प्लिकेशन्स बढ़ सकते हैं.
 
पेट की टीबी के लक्षणटीबी आमतौर पर फेफड़ों में ही होती है. लेकिन कई बार फेफड़ों से बाहर भी टीबी हो सकती है, इस कंडीशन को एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी कहते हैं. वहीं अगर टीबी पेट में हो जाए, तो इसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्यूबरक्लोसिस (Gastrointestinal Tuberculosis) कहते हैं. इस टीबी के कारण माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस से इंफेक्ट हो जाता है. पेट में टीबी होने पर शुरुआत में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं, जैसे तेजी से वजन कम होना, खाना खाने के बाद उल्टी होना, बार-बार दस्त या डायरिया, भूख ना लगना या खाने का मन न होना, स्टूल के साथ खून आना, पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होना, लंबे समय से कब्ज बना रहना इत्यादि. 
 
पेट की टीबी से बचावपेट की टीबी से बचाव के लिए सबसे जरूरी कमद है, टीबी के इंफेक्शन से बचना और अगर टीबी हो तो उसका सही इलाज करवाना. टीबी के खिलाफ बीसीजी वैक्सीन लगवाया जा सकता है. इसके साथ ही इससे बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना और सफाई पर ध्यान देना जरूरी है. साथ ही टीबी के मरीजों से दूर रहना चाहिए और उनके साथ समय बिताने से बचना चाहिए. 
 
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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