मोनो डाइट वजन घटाने के लिए केवल एक ही प्रकार का खाना खाने पर आधारित है. इसे मोनोट्रोपिक डाइट भी कहा जाता है. इस डाइट को फॉलो करने वाले दावा करते हैं कि इससे तेजी से वजन कम होता है, क्योंकि यह आपकी डाइट में बहुत बड़ा बदलाव लाती है. लेकिन यह वजन घटाना अस्थायी हो सकता है और लंबे समय में आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं हो सकता. पोषण विशेषज्ञ इस तरह से वजन कम करने के खिलाफ सलाह देते हैं और इसका समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण भी नहीं है.
मोनो डाइट में आप कई दिनों या यहां तक कि हफ्तों तक एक ही भोजन पर टिके रहते हैं. यदि आप केले चुनते हैं, तो आप केवल केले ही खा सकते हैं. अन्य कॉमन फूड जो लोग इस डाइट के लिए चुनते हैं वे हैं अंडे, चॉकलेट या आलू. मोनो डाइट में इस बात पर कम जोर दिया जाता है कि क्या खाना खाया जाए और खाने के लिए केवल एक ही भोजन चुनने पर अधिक जोर दिया जाता है.क्या नहीं खा सकते?इस डाइट में आप एक चयनित भोजन के अलावा और कुछ भी नहीं खा सकते हैं. यह डाइट अत्यधिक प्रतिबंधात्मक है और लंबे समय तक फायदेमंद नहीं हो सकता है. कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, हेल्दी फैट, फल, सब्जियां, नट्स, बीज आदि सहित विविध प्रकार के फूड का सेवन करना बेहतर है.
वजन घटाने में कैसे करती है मदद?कैलोरी-प्रतिबंधित मोनो डाइट थोड़े समय के लिए वजन घटाने में मदद कर सकती है और आप सोच सकते हैं कि यह तुरंत वजन कम करने का एक सही तरीका है।. हालांकि, भले ही आपको तुरंत वजन कम होने की सूचना मिले, लेकिन आपको एनर्जी के कम लेवल और ज्यादा तनाव का अनुभव होने की संभावना है. आपका वजन घटाना मांसपेशियों के कम होने या पानी के वजन के कम होने के कारण हो सकता है.
मोनो डाइट की कमियांमोनो डाइट के कई नुकसान हैं. कुछ फूड को प्रतिबंधित करने से उन चीजों की लालसा बढ़ सकती है, जिससे अधिक खाने की संभावना रहती है. भोजन की विविधता को अत्यधिक सीमित करने से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि पित्त पथरी, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन, कब्ज, सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, आदि. थकान, धीमा मेटाबॉलिज्म, कुपोषण और मांसपेशियों का कम होना आम चिंताएं हैं. गंभीर कैलोरी प्रतिबंध तनाव बढ़ा सकता है और वजन घटाने के टारगेट में बाधा डाल सकता है, जिससे व्यक्ति अपने शरीर से असंतुष्ट रह सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.