what is a ventilation mask which is given to Pope Francis | क्या होता है वेंटिलेशन मास्क? गंभीर स्थिति में पोप फ्रांसिस को जो लगाया गया

admin

what is a ventilation mask which is given to Pope Francis | क्या होता है वेंटिलेशन मास्क? गंभीर स्थिति में पोप फ्रांसिस को जो लगाया गया



Pope Francis Health Update: कैथोलिक चर्च के प्रमुख पोप फ्रांसिस अभी खतरे से बाहर हैं. सांस लेने में बढ़ी दिक्कतों के कारण उनकी हालत गंभीर हो गई थी. डॉक्टरों ने उन्हें अभी सप्लीमेंट ऑक्सीजन पर रखा है. साथ ही रात के समय सोने के लिए वे ‘वेंटिलेशन मास्क’ का इस्तेमाल करेंगे. वेटिलेशन मास्क एक तरह का मास्क होता है, जो शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचाने और रेस्पिरेटरी सिस्टम को बेहतर करने में मदद करता है. यह मास्क अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), सांस से जुड़ी दूसरी समस्याओं में इस्तेमाल किया जाता है.  
 
पोप फ्रांसिस की हेल्थ अपडेट
एक दिन पहले सांस लेने में बढ़ी दिक्कत के बाद मंगलवार को पोप फ्रांसिस की हालत स्थिर रही. वह सिर्फ सप्लीमेंट ऑक्सीजन की मदद से सांस ले रहे हैं, लेकिन रात में वह फिर से ‘वेंटिलेशन मास्क’ का इस्तेमाल करेंगे. वेटिकन ने यह जानकारी दी. वेटिकन ने जारी लेटेस्ट इंफॉर्मेशन में बताया कि आज फ्रांसिस को कोई और रेस्पिरेटरी समस्या नहीं हुई. साथ ही पूरे दिन उन्होंने प्रार्थना, आराम और रेस्पिरेटरी फिजियोथेरेपी में बिताया. डॉक्टरों ने कहा कि वे पोप के सोते समय उन्हें री मैकेनिकल रेस्पिरेटरी मास्क लगा देंगे, लेकिन दिन के समय वह केवल सप्लीमेंट ऑक्सीजन के हाई फ्लो का ही इस्तेमाल करते रहे. उन्होंने कहा कि उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है, अर्थात वह खतरे से बाहर नहीं हैं. 
–एपी
 
वेंटिलेशन मास्क क्या होता है?
वेंटिलेशन मास्क एक मेडिकल डिवाइस है, जिसे रेस्पिरेटरी सपोर्ट के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसे व्यक्ति के मुंह और नाक में लगाया जाता है, जो एयर फ्लो को कंट्रोल करने में मदद करता है. खासतौर पर ये उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है, जिनकी रेस्पिरेटरी सिस्टम में समस्या होती है. इससे उन्हें सही तरीके से ऑक्सीजन मिलता है और वे आराम से सांस ले पाते हैं. 
 
इन बीमारियों में किया जाता है वेंटिलेशन मास्क का इस्तेमाल
आमतौर पर सांस से जुड़ी समस्याओं के लिए वेंटिलेशन मास्क का इस्तेमाल किया जाता है. अगर किसी व्यक्ति को अस्थमा, सीओपीडी  (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) या दूसरे सांस से जुड़ी समस्याएं हैं, तो ये मास्क का इस्तेमाल रेस्पिरेटरी प्रोसेस को सपोर्ट देने के लिए किया जाता है. वहीं ऑक्सीजन की कमी होने पर भी इस मास्क को लगाया जाता है. कोविड-19, जैसे गंभीर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन में भी मरीजों को ये मास्क लगाया गया था. 
 
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



Source link