पेट का फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है, इसे गैस्ट्रोएंटेराइटिस भी कहते हैं. आंतों में होने वाली यह बीमारी किसी भी बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने पर हो सकती है. इसके साथ ही इसमें का खतरा बदलते मौसम में बहुत अधिक होता है. खासतौर पर यदि आप खानपान से जुड़ी कुछ गलतियों को बार-बार दोहरा रहे हैं.
वैसे तो आमतौर पर पेट का फ्लू 1-3 दिन तक ही रहता है. लेकिन सही समय पर उपचार ना करने पर रिकवरी टाइम बढ़ भी सकता है. बता दें कि इस बीमारी के कारण शरीर इतना कमजोर हो सकता है, कि इसके ठीक होने के बाद भी आंतों को सही तरह से काम करने में 1-2 हफ्ते का समय लग सकता है. ऐसे में सेहतमंद रहने के लिए आपको क्या सावधानियां लेनी है और किन लक्षणों को ध्यान में रखना है यहां हम आपको बता रहे हैं.
पेट का फ्लू कैसे होता है?एनआईएच के अनुसार, स्टमक फ्लू के कई सारे वायरस के कारण हो सकता है. इसमें नोरोवायरस, रोटावायरस, एडिनोवायरस, एस्ट्रोवायरस मुख्य रूप से शामिल हैं. यह आमतौर पर दूषित खानपान जरिए शरीर में प्रवेश करते हैं. वायरस के आधार पर पेट के फ्लू के लक्षण अलग समय पर नजर आ सकते हैं.https://www.niddk.nih.gov/health-information/digestive-diseases/viral-ga…
इन लक्षणों को ना करें नजरअंदाजपतली दस्तपेट में दर्द या ऐंठनमतली या उल्टीकभी-कभी बुखारपेट में जलनडिहाइड्रेशन
किन लोगों को है स्टमक फ्लू का ज्यादा खतरा
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, पेट का फ्लू उन लोगों को ज्यादा होता है जिसकी इम्यूनिटी बहुत कमजोरी होती है. इसके अलावा बच्चे और बुजुर्ग इस इंफेक्शन की चपेट में ज्यादा आते हैं.
ये गलतियां बन सकती है स्टमक फ्लू का कारण
पेट के फ्लू होने का सबसे बड़ा कारण है हाइजीन की कमी. यदि आप खानापान से पहले हाथों को साफ नहीं करते हैं, सब्जियों को अच्छी तरह से साफ नहीं करते हैं, और बाहर का खाना ज्यादा खाते हैं तो आप आंतों में इंफेक्शन का शिकार हो सकते हैं. ऐसे में बचने का सबसे अच्छा और कारगर उपाय है कि आप बार-बार अपनी हाथों को सेनेटाइज करें. खाने पीने की चीजों को धोकर खाएं. साथी बीमार लोगों से दूरी बनाए रखें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)