देश भर में 25 मार्च को रंगों का त्योहार होली मनाई जा रही है. दोस्तों के साथ रंग खेलना मिठाई और ढेर सारे पकवान इस त्योहार की सबसे बड़ी खासियत है. लेकिन डायबिटिक पेशेंट के लिए त्योहार आमतौर पर बहुत ही मुश्किल भरा होता है. क्योंकि उन्हें अपने ब्लड शुगर को मैनेज करना होता है, जो खानपान और लाइफस्टाइल पर पूरी तरह डिपेंड करता है.
ऐसे में यदि आप या आपके घर में कोई डायबिटीज का मरीज है तो लेख आपके लिए है. यहां हम आपको कुछ ऐसे मिठाई के विकल्पों के बारे में बता रहे हैं, जो टेस्टी और मीठे होने के साथ सेहतमंद भी हैं. यह मिठाइयां होली के त्योहार की मिठास को जरा भी कम नहीं होने देंगे. हालांकि इसे खाते समय खुद पर कंट्रोल रखना भी जरूरी है. गुलाब जामुन
गुलाब जामुन शक्कर की चाशनी में भिगोयी हुई मिठाई है. लेकिन यदि आप डायबिटीक हैं तो इसे नेचुरल स्वीटनेस के साथ बनाने के लिए स्टीविया या खजूर का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे गुलाब जामुन का ऑरिजन टेस्ट भी बना रहता है और सेहत को भी किसी तरह का नुकसान नहीं होता है.
लो-कार्ब खीर
त्योहारों पर खीर बनना भारतीय घरों में बहुत आम है. लेकिन डायबिटीज मरीजों को इससे दूरी बनाए रखने की सलाह दी जाती है. पर यदि आप कैलोरी को कम करने के लिए नियमित दूध के बजाय बादाम के दूध का उपयोग करें, और उसमें मिठास और स्वाद के लिए मेवे, सीड्स, इलायची और केसर मिलाए तो इसका सेवन कर सकते हैं.
केक
वैसे तो केक शुगर और मैदे से बना होने के कारण डायबिटीज पेशेंट के लिए सेहतमंद नहीं होता है. लेकिन आप गुड़ और आटे से केक बना सकते हैं. यह उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जिन्हें ब्लड शुगर और कैलोरी के लेवल को मैनेज करने की हिदायत दी जाती है.
फ्रूट्स चाट
आप मिठाई के विकल्प के लिए कई तरह के फलों से फ्रूट्स चाट बना सकते हैं. ये रेसिपी नेचुरल स्वीटनेस के साथ फ्रेशनेस से भरी होती है. यह डेसर्ट न केवल डायबिटीज पेशेंट के लिए सेहतमंद है बल्कि वेट लॉस करने वाले लोग भी इसे बिना किसी डर के खा सकते हैं.
लड्डू
नेचुरल स्वीटनेस के साथ होली के लुत्फ को बढ़ाने के लिए आप मेवे, सीड्स और घी से बने लड्डू का सेवन कर सकते हैं. ये बनाने में बहुत आसान होते हैं साथ ही इसे खाने से दिन भर एनर्जी बनी रहती है और शुगर लेवल भी नहीं बढ़ता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.