Indian Cricket Team: भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ सालों में टेस्ट क्रिकेट में कमाल का प्रदर्शन किया है. भारतीय टीम को उसके ही घर में टेस्ट सीरीज हराना बड़ी-बड़ी टीमों के लिए भी नामुमकिन के बराबर नजर आता है. वहीं, टीम इंडिया ने विदेशी सरजमीं पर भी पिछले कुछ समय में कई एतिहासिक सीरीज जीती हैं. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियंशिप के फाइनल में दो बार जगह बनाने वाली वह इकलौती टीम भी है. इतना ही नहीं एक टीम तो पिछले 21 साल से टेस्ट फॉर्मेट में टीम इंडिया से एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है.
21 साल से टीम इंडिया से नहीं जीती टेस्ट सीरीजभारतीय क्रिकेट टीम (Team India) 1 महीने के ब्रेक के बाद वेस्टइंडीज दौरे पर 12 जुलाई से अपने अभियान की शुरुआत करने जा रही है. टीम इंडिया को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैच, तीन वनडे और पांच टी20 मैचों की सीरीज खेलनी है. आपको बता दें कि पिछले दो दशकों से वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया का दबदबा रहा है. वह 21 साल से टीम इंडिया को एक भी टेस्ट सीरीज नहीं हरा सकी है.
साल 2002 में मिली थी आखरी हार
टीम इंडिया आखिरी बार साल 2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारी थी. साल 2002 के बाद भारत और वेस्टइंडीज के बीच कुल 8 टेस्ट सीरीज खेली जिसमें से चार सीरीज भारत में और 4 वेस्टइंडीज में खेली गई हैं. इन सभी टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया ने बाजी मारी है. वहीं, वेस्टइंडीज की धरती पर टीम इंडिया ने कुल 51 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से उसे 9 मैचों में ही जीत मिली है और 16 मैचों में उसे हार का सामना करना जबकि 26 मैच ड्रॉ रहे हैं.
1970 में पहली बार वेस्टइंडीज को हराया
भारतीय क्रिकेट टीम ने 1952 में पहली बार वेस्टइंडीज का दौरा किया था और पहली बार 1970 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीती थी. दोनों टीमों के बीच अभी तक कुल 12 टेस्ट सीरीज खेली गईं हैं. इनमें से टीम इंडिया ने 5 और वेस्टइंडीज ने 7 सीरीज जीती हैं.
पहले टेस्ट मैच के लिए वेस्टइंडीज की टीम
क्रैग ब्रैथवेट (कप्तान), जर्मेन ब्लैकवुड (उपकप्तान), एलिक अथानाजे, टैगेनारिन चंद्रपॉल, रहकीम कॉर्नवाल, जोशुआ दा सिल्वा, शैनन गेब्रियल, जेसन होल्डर, अल्जारी जोसेफ, किर्क मैकेंजी, रेमन रीफर, केमर रोच, जोमेल वारिकन.
वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, यशस्वी जयसवाल, अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जड़ेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट और नवदीप सैनी.