Indian Cricket Team IND vs BAN Kanpur Test: टेस्ट क्रिकेट में कौन सोच सकता है कि कोई कप्तान बल्लेबाजी के लिए उतरे और लगातार दो गेंदों पर दो छक्के लगा दे? कौन सोच सकता है कि एक मरे हुए मैच में भी कोई टीम जीतने के लिए उतरे? कौन सोच सकता है कि कोई टीम टेस्ट की किसी पारी में 8.22 की रन रेट से बल्लेबाजी करे? कुछ साल पहले तो इन परिस्थितियों के बारे में कोई नहीं सोच सकता था, लेकिन अब क्रिकेट इस तरह बदल रहा है कि कुछ भी संभव है. कानपुर में बांग्लादेश के खिलाफ चौथे दिन रोहित शर्मा की टीम ने जो किया वह अद्भुत है.
मरे हुए मैच डाल दी जान
टीम इंडिया ने एक मरे हुए टेस्ट मैच में जान डाल दी. कानपुर टेस्ट मैच के पहले दिन सिर्फ 35 हुआ. उसके बाद दूसरा और तीसरा दिन बारिश के कारण बर्बाद हो गया. चौथे दिन जब खेल शुरू हुआ तो दुनिया भर के क्रिकेट फैंस मान चुके थे कि यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त होगा, लेकिन शाम होते-होते परिस्थितियां उलट हो गईं. अब चर्चा हो रही है कि मैच के आखिरी दिन कौन सी टीम मुकाबले को जीतेगी. इस बदलाव को हम रोहित शर्मा की कप्तानी और गौतम गंभीर की कोचिंग में महसूस कर रहे हैं.
अब ‘रो-बॉल’ की बारी
कानपुर में टेस्ट के चौथे दिन सिर्फ बल्लेबाजों का ही नहीं बल्कि गेंदबाजों का भी वर्चस्व देखने को मिला. एक तरफ रन बरस रहे थे तो दूसरी ओर विकेट लगातार गिर रहे थे. क्रिकेट फैंस को इससे ज्यादा और क्या ही चाहिए. अब वह बोरिंग टेस्ट मैच देखने के लिए नहीं आते हैं. अगर आपको दर्शकों को स्टेडियम तक लाना है और टीवी के सामने बिठाना है तो इसी तरह के टेस्ट मैच की जरूरत है. इंग्लैंड ने हाल के दिनों में ‘बैजबॉल’ से सबका दिल जीता है. अब टीम इंडिया ने ‘रो-बॉल’ से इसे रोमांचक बना दिया है.
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रोहित की टीम ने कर दिया हैरान
कानपुर टेस्ट के चौथे दिन का हाल तो यह रहा कि एक दिन में 18 विकेट गिर गए और टोटल 85 ओवर में 437 रन बने. भारत में किसी टेस्ट के एक दिन में यह दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है. 2009 में मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में मैच के दूसरे दिन जब भारत-श्रीलंका मुकाबले के दौरान 470 रन बने थे तो सभी हैरान रह गए थे. हालांकि, इस बार परिस्थितियां ज्यादा कठिन थीं. बारिश के कारण पिच और मैदान दोनों प्रभावित हुए थे. इसके बावजूद रोहित शर्मा की टीम ने जो किया है वह काबिले तारीफ है.
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फ्रंट से लीड कर रहे रोहित
वो कहते हैं न कि अगर अपनी टीम को आगे बढ़ाना है तो फ्रंट से लीड करना होगा. रोहित ने उसे कानपुर में फिर से दिखाया. उन्होंने 11 गेंद पर 23 रन ही बनाए, लेकिन टीम की बैटिंग का टोन सेट कर दिया. भारत की पहली के दूसरे ओवर में उन्हें पहली बार स्ट्राइक लेने का मौका मिला. रोहित ने खालिद महमूद की पहली दो गेंदों पर लंबे-लंबे शॉट लगाए. हिटमैन के दो छक्कों को देखकर क्रीज पर खड़े उनके साथी ओपनर यशस्वी जायसवाल और ड्रेसिंग रूम में बैठे उनके अन्य साथी भी समझ गए कि कप्तान उनसे क्या चाहते हैं. इसके बाद तो ऐसी बल्लेबाजी हुई जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी.
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न्यू स्टाइल क्रिकेट के लिए तैयार
भारत ने टेस्ट की एक पारी में सबसे तेज 50, 100, 150, 200 और 250 रन बनाने का कीर्तिमान स्थापित कर दिया. रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल और आकाश दीप ने 100 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट रन ठोके. टेस्ट क्रिकेट में यह अद्भुत है. इस मैच का नतीजा कुछ भी हो, लेकिन टीम इंडिया ने यह बता दिया है कि न्यू स्टाइल क्रिकेट के लिए पूरी तरह तैयार है.